
जिले के बड़े अधिकारी निचले पायदान के व्यक्ति समस्या को गंभीर ले तो बड़ी से बड़ी समस्या हल होने में वक्त नहीं लगता है ।इधर गांव ग्रामीण के फरियादियों के दशकों पुराने दर्द पर DM ने मरहम लगाया है । दरअसल पीलीभीत के डीएम संजय कुमार ने दशकों पुराने चार दर्जन गांव के लाखों लोगों को समस्या से निजात दिलाई है । दरअसल डीएम संजय कुमार सिंह मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के निर्देशन पर जिले में IGRS के निस्तारण पर खुद कमान संभाले हुए है । IGRS की शिकायत का DM खुद मौके पर पहुंचकर देखते है । इधर जिले की सदर, अमरिया, कलीनगर पूरनपुर तहसील में चार दर्जन गांव के लोगों ने चकमर्ग बंद करने की शिकायत IGRS पर की ।

रास्ते बंद की शिकायत पर DM संजय कुमार ने गांवों में पहुंचकर देखा तो पता चला कि पूरे गांवों की हजारों की आबादी के निकलने का चकमार्ग खेत में जोतकर बंद कर दिया गया है । जिसके बाद DM ने लगभग 100 गांव में तहसील अफसरों के साथ एक एक गांव में पहुंचकर मौका मोयना किया और खुद तहसील अधिकारियों के साथ गांव के बंद पड़े लाखों लोगों के चकमार्ग खुलवाने की कमान संभाल ली । जिसके बाद DM ने एक एक गांव में अभियान चलाकर खुद मौके पर पहुंचकर जोते गए चकमार्गो की पैमाईश करवाकर कब्जा मुक्त कराए । DM ने मनरेगा के तहत मजदूर लगाकर कब्जा मुक्त चकमार्ग पर रास्ता बनाने का कार्य भी शुरू कराया । चकमार्ग के कार्य की देखरेख के लिए टीम भी गठित की । ऐसा किसी एक गांव में नहीं बल्कि DM ने 100 गांव में जाकर 1 महीने में खेतो पर जाने वाले लगभग 80 चकमार्ग कब्जा मुक्त कराए जिससे गांव की लाखों की आबादी के निकलने का रास्ता मिलने से बडी राहत मिली है ।

दशकों से बंद चकमार्ग साहब DM साहब ने दिलाई रास्ता
उधर स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि जिन चकमार्गो का रास्ता दशकों से बंद था जिसकी वजह से खेतों में आवागमन में बड़ी परेशानी थी । रास्ता होने न होने की वजह से खेतों में पैदावार भी कम हो गई थी । IGRS पर शिकायत के बाद DM मौके पर आए थे खेतों में दबे चकमार्गो को कब्जा मुक्त कराया और मनरेगा के जरिए मजदूरों के द्वारा चकमार्ग का चौड़ीकरण भी कराया गया । फिलहाल DM के इस तरह 100 गांव के चकमार्ग से अवैध कब्जा मुक्त कराने और चकमार्ग बनने से लाखों लोगों को बड़ी राहत मिली है ।

DM ने सैकडो गांव के 70 चकमार्गो को बनवाकर लाखों को दिलाया रास्ता
वही एसडीएम सदर महिपाल सिंह ने बताया कि IGRS की शिकायत DM साहब खुद मौके पर जाते है । IGRS की शिकायत पर 100 गांव में जाकर लगभग 70 गांव में चकमार्गो पर दशकों से अवैध कब्जा था जिसका अवैध कब्जा मुक्त कराकर चकमार्गो को खुलवाया गया और मनरेगा के जरिए मजदूरों से काम कराकर उसको बनवाया गया है ।









