
दिल्लीः डीएमके सांसद सेंथिलकुमार ने आज उत्तर भारत के राज्यों को “गौमूत्र राज्य” बताने वाले अपने बयान पर माफी मांग ली है। सेंथिलकुमार ने लोकसभा के भीतर अपने बयान पर खेद व्यक्त करते हुए कहा कि “मैंने सदन के अंदर कुछ बयान दिया था। उस समय गृह मंत्री और बीजेपी के सदस्य वहां मौजूद थे। मेरा बयान किसी तरह से विवादित बयान नहीं था, इससे पहले भी मैंने अपने संसदीय भाषणों में इसका इस्तेमाल किया है। कल अनजाने में उनके द्वारा दिए गए बयान से अगर सदस्यों और लोगों के वर्गों की भावनाओं को ठेस पहुंची है, तो वो इसे वापस लेना चाहेंगे।
सेंथिलकुमार ने कहा कि उन्हें इसका अफसोस है और यदि इस बयान से कोई आहत हुआ है तो मैं अगली बार इसका इस्तेमाल करने से बचने की कोशिश करूंगा। मैं यह बताने के लिए कुछ अन्य शब्दों का इस्तेमाल करूंगा कि बीजेपी कहां वोट पाने में मजबूत है तो वहीं डीएमके सांसद सेंथिलकुमार के ” गौमूत्र राज्य” वाली टिप्पणी से किनारा करते हुए कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि DMK सांसद की इस बात से हमारा कोई लेना-देना नहीं है वो उनकी अपनी बात है। हम सभी गौमाता को श्रद्धा करते हैं। कोई भी व्यक्तिगत रूप से सदन में कोई बात कहता है तो उससे हमे क्या लेना देना है। हम तो गौमाता बोलते हैं।
गौरतलब है कि कल लोकसभा में जम्मू- कश्मीर से जुड़े दो बिलों पर चर्चा के दौरान धर्मपुरी से डीएमके सांसद सेंथिलकुमार के बयान पर बवाल हो गया था। डीएमके सांसद सेंथिलकुमार ने कहा था कि इस देश के लोगों को सोचना चाहिए कि बीजेपी की ताकत सिर्फ हिंदी हार्टलैंड राज्यों में चुनाव जीतने की है, जिसे है सामान्य तौर पर “गौमूत्र राज्य” कहते हैं, जिसके बाद बीजेपी ने इसका ज़ोरदार विरोध किया था। बीजेपी ने डीएमके सांसद के इस बयान को लेकर राहुल गाँधी पर जोरदार हमला किया था और पूँछा था कि क्या राहुल गाँधी इंडिया गठबंधन के बयान के सहयोगियों से सहमत हैं?









