
अमेठी: DPRO कार्यालय में कार्यरत बाबू सिरताज की काली करतूत सामने आई है। साइबर अपराध में लिप्त इस बाबू ने अपने साथियों के साथ मिलकर ग्राम पंचायत निधि के खातों से लाखों रुपये की हेराफेरी की। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि सिरताज और उसके गिरोह ने अब तक 40 लाख रुपये से अधिक की रकम निकाल ली थी।
मुसाफिरखाना और तिलोई तहसील की ग्राम पंचायतों के खातों से यह धनराशि निकाली गई थी। जब ग्राम विकास अधिकारियों (VDO) और ग्राम प्रधानों को गड़बड़ी का संदेह हुआ, तो उन्होंने पुलिस में तहरीर दी। मामला दर्ज होते ही जांच शुरू हुई और साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश हुआ।
मोहनगंज पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बाबू सिरताज समेत तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि गिरोह ने किन-किन खातों में सेंधमारी की थी।