यूपी के अलीगढ़ के रहने वाले थे डा. जगदीश गाँधी, शिक्षा जगत में उनकी भरपाई असंभव

डा. जगदीश गाँधी 1969 से 1974 तक उत्तर प्रदेश विधान सभा के सदस्य रहे। इसके अलावा, डा. गाँधी लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रसंध के अध्यक्ष भी रहे।

Dr. Jagdish Gandhi Passed Away: विश्व एकता एवं विश्व शान्ति के पुरोधा एवं भावी पीढ़ी के प्रणेता डा. जगदीश गाँधी 22 जनवरी को चिर निद्रा में लीन हो गये। प्रख्यात शिक्षाविद् एवं समाजसेवी डा. जगदीश गाँधी ने 87 वर्ष की आयु में मेदांता हास्पिटल में अन्तिम साँस ली। डा. गाँधी का निधन न सिर्फ सी.एम.एस. परिवार के लिए अपितु सम्पूर्ण शिक्षाजगत व पूरे देश के लिए अपूर्णीय क्षति है, जिसकी भरपाई संभव नहीं हैं।

डा. जगदीश गाँधी का पूरा जीवन विश्व के दो अरब से अधिक बच्चों के उज्जवल भविष्य को समर्पित रहा। विश्व एकता व विश्व शान्ति की स्थापना हेतु डा. गाँधी ने आजीवन अनवरत प्रयास किये एवं इस दिशा में अनेकों मील के पत्थर स्थापित किये। डा. गाँधी के निधन पर पूरे सी.एम.एस. परिवार में शोक की लहर छा गई। चारों ओर से शोक संदेशों व संवेदनाओं का सिलसिला लगातार जारी है। डा गाँधी प्रत्येक लखनऊवासी समेत पूरे देशवासियों के दिलों में सदैव अजर अमर रहेंगे।

डा. जगदीश गाँधी का जन्म 10 नवम्बर सन् 1936 को अलीगढ़ जिले की सिकन्दराराउ तहसील के ग्राम बरसौली में पटवारी फूलचन्द अग्रवाल के घर में हुआ जिन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी एवं विनोबा भावे की प्रेरणा से ‘गाँधी’ उपनाम रख लिया। कालान्तर में, डा. गाँधी इसी उपनाम से सारे विश्व में विख्यात हुए। डा. जगदीश गाँधी 1969 से 1974 तक उत्तर प्रदेश विधान सभा के सदस्य रहे। इसके अलावा, डा. गाँधी लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रसंध के अध्यक्ष भी रहे।

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