
नई दिल्ली : अदाणी फाउंडेशन की अध्यक्ष और समाज सेवा की प्रेरणास्त्रोत डॉ. प्रीति अदाणी को उनके असाधारण सामाजिक योगदान के लिए महाराष्ट्र के वर्धा में स्थित दत्ता मेघे इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च (डीएमआईएचईआर) द्वारा दूसरी मानद डॉक्टरेट, डॉक्टर ऑफ साइंस (डीएससी) से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें सामाजिक विकास और सार्वजनिक सेवा में उनके नेतृत्व और योगदान के लिए दिया गया।

डीएमआईएचईआर के 16वें दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय के चांसलर दत्ता मेघे ने डॉ. अदाणी को यह प्रतिष्ठित उपाधि प्रदान की। इस अवसर पर डॉ. अदाणी ने अपने संबोधन में कहा, “सेवा साधना है, सेवा प्रार्थना है और सेवा ही परमात्मा है,” और उन्होंने कमजोर समुदायों के लिए समावेशी प्रगति और स्थायी बदलाव की दिशा में अपनी जीवनभर की प्रतिबद्धता का पुनः संकल्प लिया।

यह डॉ. अदाणी का दूसरा मानद डॉक्टरेट है। इससे पहले, 2020 में गुजरात लॉ सोसाइटी यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद द्वारा उन्हें समाजिक उत्थान के लिए डॉक्टरेट से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा, डॉ. अदाणी को रोटरी क्लब ऑफ पालनपुर द्वारा ‘बनास रत्न’ पुरस्कार (2019) और फिक्की के लेडीज ऑर्गनाइजेशन (एफएलओ) द्वारा ‘सामाजिक प्रभाव के लिए उत्कृष्टता पुरस्कार’ (2022) भी मिल चुका है।
समाज सेवा की ओर समर्पण
प्रशिक्षित दंत चिकित्सक डॉ. अदाणी ने नैदानिक अभ्यास के बजाय समाज सेवा में अपना जीवन समर्पित किया। 1996 में स्थापित अदाणी फाउंडेशन की अध्यक्ष के रूप में उन्होंने देशभर में गहरे समुदायिक जुड़ाव और स्थायी परिवर्तन को प्रोत्साहित किया है। अदाणी फाउंडेशन के तहत पांच प्रमुख क्षेत्रों – शिक्षा, स्वास्थ्य, स्थायी आजीविका, जलवायु कार्रवाई और सामुदायिक विकास – पर काम किया जा रहा है। इस कार्य के माध्यम से, डॉ. अदाणी ने 21 राज्यों के 6,769 गांवों में 9.1 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाला है।
अदाणी फाउंडेशन का सामाजिक कार्य और प्रभाव
अदाणी फाउंडेशन भारत में सबसे अधिक प्रभावशाली सीएसआर पहलों में से एक है, जो संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) के साथ जुड़कर कार्य करता है। इसके प्रोग्रामों का उद्देश्य भारत के वंचित और विभिन्न समूहों के लिए मापनीय परिवर्तन लाना है। डॉ. प्रीति अदाणी के नेतृत्व में, यह फाउंडेशन न केवल जमीनी स्तर पर ठोस विकास को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि यह व्यवसाय-नेतृत्व वाली सामाजिक जिम्मेदारी का एक आदर्श मॉडल प्रस्तुत कर रहा है, जो राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकता है।
इस सम्मान से डॉ. अदाणी की प्रेरणादायक यात्रा को और अधिक मान्यता मिली है, और उनके योगदान ने यह साबित किया है कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए अगर इरादा मजबूत हो, तो एक ठोस और प्रभावशाली रास्ता बन सकता है।








