2024 कावड़ मेले के दौरान प्रतिष्ठानों पर नेम प्लेट का मुद्दा फिर हुआ उजागर, रेस्टोरेंट स्वामियों ने फिर बदलकर लगा लिया पुराना नाम

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में 2024 कावड़ मेले के दौरान प्रतिष्ठानों पर नेम प्लेट का मुद्दा खासा चर्चाओं में रहा था। लेकिन नेम प्लेट का ये मुद्दा एक बार फिर से जनपद में उस समय चर्चाओं में आ गया जब रुड़की रोड स्थित संगम होटल का नाम कावड़ मेले के दौरान बदलकर सलीम होटल रख दिया गया था

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में 2024 कावड़ मेले के दौरान प्रतिष्ठानों पर नेम प्लेट का मुद्दा खासा चर्चाओं में रहा था। लेकिन नेम प्लेट का ये मुद्दा एक बार फिर से जनपद में उस समय चर्चाओं में आ गया जब रुड़की रोड स्थित संगम होटल का नाम कावड़ मेले के दौरान बदलकर सलीम होटल रख दिया गया था क्योकि इस होटल का मालिक सलीम था लेकिन मामला शांत होते देख होटल के मालिक सलीम ने फिर से अपने होटल का नाम संगम होटल रख कर दिया।

जिसके चलते प्रतिष्ठानों पर नेम प्लेट का मुद्दा उठाने वाले स्वामी यशवीर महाराज ने अपनी नाराजगी जताते हुए अपनी एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल की है। जिसमे वह होटल मालिक को चेतावनी देते नजर आ रहे है वायरल वीडियो में महाराज जी द्वारा होटल मालिक सलीम को और एक अन्य आश्रम गेस्ट हाउस एंड रेस्टोरेंट के मालिक को 7 सितंबर तक समय दिया गया है उन्होंने कहा कि वह या तो इन नामो को बदल लें वरना सनातनी लोगो खुद उनके प्रतिष्ठानों पर आकर इन नामो को बदल देंगे। संगम होटल के मालिक सलीम का कहना है कि उसके होटल का नाम 15 ,20 सालों से संगम शुद्ध भोजनालय ही है सलीम का ये भी कहना है कि कावड़ मेले के दौरान जिला प्रशासन द्वारा उसे कहा गया था कि थोड़े दिन के लिए वह अपने होटल का नाम बदल ले जिसके चलते उसने उस समय अपने होटल का नाम सलीम शुद्ध शाकाहारी भोजनालय रख दिया था।

इस मामले को लेकर वायरल वीडियो में जहां स्वामी यशवीर महाराज कह रहे है कि हमें सूचना मिली है की कावड़ यात्रा के समय हमारे आंदोलन से संगम शुद्ध भोजनालय का नाम बदलकर के सलीम शुद्ध भोजनालय हो गया था लेकिन उसने पुनः अपने भोजनालय का नाम संगम शुद्ध भोजनालय रख लिया है यही तो षड्यंत्र है यह लोग सनातन धर्म के नाम का दुरुपयोग करके हिंदुओं के भोजन में थूकने, मूत्र करने और गौ मांस मिलाने या ऐसी औषधि मिलाने जिससे कि हिंदू नपुंसक हो जाए ऐसा यह षड्यंत्र करते रहते हैं, इसी के साथ एक और सिसौना और बढेडी के बीच में आश्रम गेस्ट हाउस और रेस्टोरेंट के नाम से खोला गया है और इसको खोलने वाला ग्राम बागो वाली का मुस्तफा है, यह दोनों कान खोलकर सुन ले कि इन्होंने जो आश्रम और संगम दोनों नाम रखे हैं यह सनातन धर्म के लोगों की धार्मिक भावना के साथ सीधा-सीधा आघात है और हम किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे, इनके पास 7 सितंबर को 10:00 तक का समय है इसीलिए यह अपना नाम बदल ले और आश्रम व संगम नाम हटा दें नहीं तो 7 सितंबर को 11:00 बजे हम सनातन धर्म के लोगों के साथ आएंगे और यह आश्रम और जो संगम नाम लिखा हुआ है इनका आकर हटा देंगे और प्रशासन भी इस बात पर ध्यान दें कि यह कॉपीराइट का भी दुरुपयोग है कानून के विपरीत है और सनातन धर्म के लोगों से मेरा कहना है कि अब आप लोग अपने सनातन धर्म की मान मर्यादाओं को बचाने के लिए व सनातन धर्म को बचाने के लिए मैदान और सड़कों पर आ जाओ और जब तक आप लोग मैदान में नहीं आओगे तब तक तुम्हारे सनातन धर्म के लिए और तुम्हारे इस भारत राष्ट्र के लिए खिलवाड़ होता रहेगा अब हम इस खिलवाड़ को इन मुसलमानों के द्वारा किया गया बर्दाश्त नहीं करेंगे।

तो वही संगम होटल के मालिक सलीम की माने तो इसका नाम संगम शुद्ध भोजनालय पहले भी था और संगम शुद्ध भोजनालय ही आज है और कावड़ यात्रा के लिए प्रशासन ने ही कहा था कि थोड़े दिनों के लिए अपना नाम चेंज कर ले इतना कावड़ यात्रा चलें, तब सलीम शुद्ध शाकाहारी भोजनालय नाम रखा गया था, यह हमारा पुराना और जाना पहचाना नाम है और इसे चलते हुए 15 20 साल हो गए हैं क्योंकि इसी नाम से दुकानदारी है और इसी नाम से फेमस है सबको पता है, यह नाम आदला बदले का काम तो दो-चार सालों से चल रहा है कभी मिटवा देते हैं कभी लिखवा देते हैं और अबकी बार यह कहा था कि बस कावड़ यात्रा के लिए अपना नाम लिख लो और कोई बात नहीं थी, नहीं नाम कहां बदले थे यह तो वैसे ही लिखे थे और यह कावड़ यात्रा के लिए थे कि कोई कावड़िया एतराज ना करें अपना नाम लिख लो, यह ओरिजिनल नाम है और इसी नाम से हमारी पहचान है, हमने वही तों नाम रखा है जो हमारे होटल का नाम पहले था यह पूरे जिले में थोड़ा ही होगा अगर हटाने हैं तो फिर सब जगह पूरे जिले में करा लो, हमारा तो शुद्ध शाकाहारी भोजनालय है और सारी लेबर भी हमारे यहां हिंदू है और ऐसा नहीं है कि हम यहां कुछ नॉनवेज बेच रहे हैं हमारा तो वेज है उसे हिंदू भी खा लो और मुसलमान भी खा लो भाईचारा है।

Related Articles

Back to top button