99 साल की आयु में द्वारका-शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का निधन, संत समाज में शोक की लहर

आज से लगभग 1300 साल पहले आदि गुरु भगवान शंकराचार्य ने हिंदुओं और धर्म के अनुयायी को संगठित करने और धर्म के उत्थान के लिए पूरे देश में 4 धार्मिक मठ बनाए थे. इन चार मठों में से एक के शंकराचार्य जगतगुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती थे, जिनके पास द्वारका मठ और ज्योतिर मठ दोनों थे.

द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का 99 वर्ष की आयु में निधन हो गया. हिंदू धर्मगुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के श्रीधाम झोटेश्वर आश्रम में रविवार दोपहर 3.30 बजे अंतिम सांस ली. दिवंगत द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद का जन्म 2 सितंबर 1924 में मध्य प्रदेश के सेवनी में हुआ था.

आज से लगभग 1300 साल पहले आदि गुरु भगवान शंकराचार्य ने हिंदुओं और धर्म के अनुयायी को संगठित करने और धर्म के उत्थान के लिए पूरे देश में 4 धार्मिक मठ बनाए थे. इन चार मठों में से एक के शंकराचार्य जगतगुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती थे, जिनके पास द्वारका मठ और ज्योतिर मठ दोनों थे. साल 2018 में, जगतगुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद का 95 वां जन्मदिन वृंदावन में मनाया गया था.

जानकारी के मुताबिक शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे. लंबी बीमारी से जूझने के बाद अंततोगत्वा रविवार दोपहर उन्होंने मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में अंतिम सांस ली. द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद के निधन से पुरे संत समाज में शोक की लहर है. बहरहाल, उनके अंतिम संस्कार को लेकर जानकारी अभी प्रतीक्षित है.

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