
4 अप्रैल 2025 की शाम नेपाल में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिसका असर भारत के उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड तक हुआ। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.0 मापी गई, और इसका केंद्र नेपाल में 20 किलोमीटर की गहराई पर था। शाम 7:52 बजे (स्थानीय समय) आए इस भूकंप से सीमावर्ती भारतीय इलाकों में भी हलचल मच गई।
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में लोगों ने हल्के झटके महसूस किए, जिससे घबराकर वे घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, अब तक किसी बड़े जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है।
नेपाल भूकंपीय रूप से संवेदनशील क्षेत्र है और यहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं। हिमालय क्षेत्र में स्थित होने के कारण, नेपाल में आने वाले झटकों का असर भारत के उत्तरी राज्यों तक पहुंचता है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस तीव्रता के भूकंप सामान्य होते हैं, लेकिन सतर्कता बनाए रखना जरूरी है।
इस घटना ने एक बार फिर नेपाल और उत्तर भारत में भूकंप सुरक्षा उपायों की जरूरत को उजागर किया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसे भूकंप भविष्य में भी आ सकते हैं, इसलिए लोगों को जागरूक रहना चाहिए।