रोजाना फ्रेंच फ्राइज और चिप्स खाने से बढ़ सकता है टाइप 2 डायबिटीज का खतरा!

अनियमित भूख, थकान, वजन घटना, चोट या घाव का धीरे भरना, हाथ-पैर में झनझनाहट, आंखों का धुंधला दिखना और बार-बार स्किन ड्राई होना।


अगर आप रोजाना आलू से बने फ्रेंच फ्राइज या चिप्स खाते हैं, तो यह आपकी सेहत के लिए गंभीर खतरा साबित हो सकता है। इंटरनेशनल स्टडी के मुताबिक, लगातार फ्राई किए हुए आलू का सेवन टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को बढ़ा सकता है। वहीं उबले या बेक्ड आलू सेहत के लिए हानिकारक नहीं होते।

रिसर्च क्या कहती है?
यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज के शोधकर्ताओं ने बताया कि जो लोग हफ्ते में 3 या उससे ज्यादा बार फ्रेंच फ्राइज खाते हैं, उन्हें टाइप 2 डायबिटीज का खतरा 20-27% तक बढ़ जाता है। इसका मुख्य कारण डीप फ्राई किए गए आलू में मौजूद अनहेल्दी फैट और अधिक सोडियम है, जो इंसुलिन रेसिस्टेंस, वजन बढ़ना और इंफ्लामेशन को बढ़ाते हैं।

टाइप 2 डायबिटीज क्या है?
टाइप 2 डायबिटीज तब होती है जब शरीर इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाता या पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाता। इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। यह बीमारी अक्सर अनहेल्दी खाने, मोटापे और कम शारीरिक सक्रियता के कारण होती है। यदि समय पर नियंत्रित न किया जाए तो इसका असर हृदय, किडनी और आंखों पर पड़ सकता है।

टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण?
इस बीमारी के आम लक्षण हैं – बार-बार पेशाब आना, अत्यधिक प्यास लगना, अनियमित भूख, थकान, वजन घटना, चोट या घाव का धीरे भरना, हाथ-पैर में झनझनाहट, आंखों का धुंधला दिखना और बार-बार स्किन ड्राई होना।


एक्सपर्ट्स का मानना है कि फ्रेंच फ्राइज की जगह उबले या बेक्ड आलू का सेवन करें और इसे भी सीमित मात्रा में ही खाएं। हेल्दी डाइट और नियमित व्यायाम से टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

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