
कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान एक इंजीनियर की संदिग्ध मौत का मामला अब तूल पकड़ रहा है। पनकी पावर हाउस में कार्यरत 35 वर्षीय इंजीनियर, 14 मार्च को शहर के एक निजी क्लीनिक में बाल प्रतिरोपण कराने पहुंचे थे। परिजनों के अनुसार, ट्रांसप्लांट के दौरान डॉक्टर ने एक इंजेक्शन दिया, जिसके तुरंत बाद इंजीनियर के चेहरे पर सूजन आ गई और उनकी हालत बिगड़ने लगी।
घटना के बाद उन्हें आनन-फानन में एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कानूनी कार्रवाई की मांग की। हालांकि, लंबे समय तक पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई।
मृतक के परिजनों ने आखिरकार मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। करीब 54 दिनों तक इंतजार के बाद रावतपुर थाने में आखिरकार मुकदमा दर्ज किया गया। अब इस मामले की गहन जांच शुरू हो चुकी है।
एसीपी अभिषेक पांडे ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा, “हमने परिजनों की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली है। मामले की बारीकी से जांच की जा रही है और जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
इस घटना ने एक बार फिर से बिना लाइसेंस और उचित विशेषज्ञता के चल रहे कॉस्मेटिक क्लीनिकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजन न्याय की मांग कर रहे हैं और आम जनता इस मामले को गंभीरता से देखने की अपील कर रही है।








