
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के ठेकेदार से एमडी के नाम पर 10 लाख रुपए का रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। अपनी पहचान छिपाकर एमडी के नाम से रंगदारी मांगने वाले एक अभियुक्त को ठेकेदार की सहायता से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार आरोपी के पास से दूसरे के नाम से लाइसेंसी रिवाल्वर और एक चार पहिया वाहन बरामद हुआ है। डीसीपी गौरव बंसवाल के अनुसार ठेकेदार गजेंद्र प्रताप को कॉल किया और खुद को पूर्वांचल विद्युत वितरण का एमडी बताते हुए 10 लाख की डिमांड की गई। ठेकेदार के मोबाइल पर ट्रू कॉलर एप्प में PU VVNL MD ( पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी) शो कर रहा था।

ठेकेदार पर बनाया जा रहा था पैसे देने का दबाव, शक होने पर क्रॉस चेक करने पर हुआ धोखाधड़ी का खुलासा
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी के नाम से बार – बार कॉल करके ठेकेदार पर पैसे दिए जाने का दबाव बनाया जा रहा था। इसे देखते हुए ठेकेदार को शक हुआ और उसने क्रॉस चेक करने के लिए अधिकारियों से संपर्क किया, तो उन्होंने किसी प्रकार के पैसे की डिमांड न किए जाने की बात कही। ठेकेदार को धोखधड़ी का एहसास हुआ। ठेकेदार से पैसे की डिमांड करने वाले व्यक्ति ने शाम को अपना आदमी भेजने की बात कही और गुरुवार की शाम एक व्यक्ति चार पहिया वाहन से ठेकेदार के पास पहुंच खुद को एमडी का आदमी बताते हुए पैसे की मांग किया और बताया कि पैसों को लखनऊ भेजना है।

पुलिस ने आरोपी पर दर्ज किया मुकदमा, अन्य आरोपियों की तलाश हुई तेज
बिजली विभाग के ठेकदार से पैसे लेने आए व्यक्ति को पकड़ लिया और चितईपुर थाना क्षेत्र की पुलिस को पूरी घटना से अवगत करवाया गया। पुलिस ने आरोपी व्यक्ति को हिरासत में ले लिया, वही ठेकेदार द्वारा पुलिस को लिखती शिकायत देने पर उक्त के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। काशी जोन के डीसीपी गौरव बंसवाल ने बताया कि आरोपी दूसरे के नाम पर जारी रिवाल्वर को लेकर पहुंचा था, ऐसे में उक्त आरोपी पर आर्म्स एक्ट और धोखाधड़ी करने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। वही उन्होंने बताया कि उक्त आरोपी के साथ और अन्य कौन कौन लोग धोखाधड़ी में शामिल है, इसे लेकर आरोपी से पूछताछ किया जा रहा है। वही मिली जानकारी के अनुसार आरोपी के पास से जो वाहन और रिवालवर मिला है, वह पूर्व में डिस्कॉम में मैनपॉवर सप्लाई करने वाले फर्म के मालिक का है। जबकि गिरफ्तार हुआ आरोपी उसके फर्म का मैनेजर है। बताया जा रहा है, कि डिस्कॉम ने काम में गड़बड़ी मिलने पर फर्म को ब्लैक लिस्ट किया जा चुका है। पुलिस इन सभी तथ्यों को देखते हुए जांच में जुटी हुई है।










