हाथियों के आतंक से किसान परेशान, वन विभाग से रात्रि गश्त बढ़ाने की मांग

तराई पश्चिमी वन प्रभाग रामनगर के बैलपड़ाव रेंज अंतर्गत पवलगढ़ ग्राम सभा के मनकंठपुर गांव में हाथियों का आतंक पिछले कई दिनों से बना हुआ है।

तराई पश्चिमी वन प्रभाग रामनगर के बैलपड़ाव रेंज अंतर्गत पवलगढ़ ग्राम सभा के मनकंठपुर गांव में हाथियों का आतंक पिछले कई दिनों से बना हुआ है। हाथी शाम होते ही गांव में घुस जाते हैं और किसानों की फसलों और बगीचों को काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं।

यही नहीं हाथियों ने गांव को जाने वाली विद्युत लाइन के पोलो को भी क्षतिग्रस्त कर दिया जिस कारण गांव में बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही है और वही किसान द्वारा लगाई गई सोलर फेंसिंग की तारों और खंभों को भी हाथियों के झुंड ने गिरा दिया है। कालाढूंगी विधानसभा का अधिकतर क्षेत्र जंगलों से सटे होने के कारण जंगली जानवर अक्सर आय दिन किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाते रहे हैं।

वहीं किसानों का कहना है कि वन विभाग द्वारा क्षेत्र में रास्ते रात्रि गश्त और सक्रिय तरीके से करने की आवश्यकता है। वहीं वन विभाग द्वारा जो मुआवजा देने का प्रावधान है वह भी उचित नहीं है क्योंकि विभाग द्वारा प्रति बीघा ₹2400 ही केवल मुआवजे के तौर पर किसानों को दिया जाता है जो वर्तमान में उचित नहीं है क्योंकि प्रति बीघा औसतन किसान की फसल लगभग ₹7000 की होती है जबकि विभाग 2400 रुपया देकर ही पल्ला झाड़ लेता है। वही ग्राम प्रधान मनकंठपुर रमेश बधानी व किसान दया किशन ,किसान रमेश बधानी ने कहा कि विभाग को शीघ्र ही मुआवजे की राशि बड़ानी चाहिए व फसलों के नुकसान का आकलन भी फसल समाप्ति के उपरांत ही विभाग को करना चाहिए ।।

रिर्पोट – ललित मोहन बधानी

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