
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में पहला मोबाइल फोन टावर स्थापित किया गया है, जो इस क्षेत्र में संचार की स्थिति को सुधारने में मदद करेगा। अधिकारियों के अनुसार, यह टावर तेकुलागुडेम गांव में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के कैम्प में होली के दिन स्थापित किया गया था। इस मोबाइल टावर से इलाके के कई गांवों को सेलुलर कनेक्टिविटी मिलेगी, जो विकास और सुरक्षा के लिहाज से अहम है।
तेकुलागुडेम: एक रणनीतिक बिंदु
तेकुलागुडेम को जनवरी 2024 में CRPF द्वारा एक अग्रिम ऑपरेशनल बेस के रूप में स्थापित किया गया था। यह बेस विशेष रूप से माओवादी विरोधी अभियानों और स्थानीय प्रशासन के विकास कार्यों के लिए उपयोगी साबित हो रहा है, ताकि सरकार की योजना के तहत मार्च 2026 तक देश से वामपंथी उग्रवाद (LWE) को खत्म किया जा सके।
BSNL टावर का उद्घाटन
13 मार्च को BSNL द्वारा स्थापित मोबाइल टावर ने पहले बार तेकुलागुडेम में मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध कराया। यह टावर क्षेत्रीय सुरक्षा बलों और ग्रामीणों को संचार की सुविधा प्रदान करेगा, जिनमें तेकुलागुडेम के साथ-साथ टिम्मापुरम, जोनागुडा और पुर्वर्ती गांव भी शामिल हैं। पुर्वर्ती गांव में माओवादी कमांडर हिदमा का निवास स्थान है।
विशेष कैम्प और सिम कार्ड वितरण
मोबाइल टावर के उद्घाटन के मौके पर विशेष कैम्प आयोजित किया गया, जिसमें ग्रामीणों को सिम कार्ड वितरित किए गए और उनका सक्रियकरण किया गया। इस कार्यक्रम में BSNL और CRPF अधिकारियों ने भाग लिया, और यह होली के एक दिन पहले आयोजित किया गया था।
नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षा और विकास
तेकुलागुडेम में स्थित CRPF का ऑपरेशनल बेस नक्सल प्रभावित दक्षिण बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। इस बेस के कारण अब इस इलाके में सुरक्षा की स्थिति बेहतर हुई है और इसके चलते 15 नए CRPF और सुरक्षा बेस स्थापित किए गए हैं।