फॉक्सकॉन की सहायक कंपनी एन्नोकॉन भारत में औद्योगिक स्वचालन क्षेत्र में करेगी प्रवेश

फॉक्सकॉन की सहायक कंपनी एन्नोकॉन अब भारत में औद्योगिक स्वचालन और डिजिटल परिवर्तन के क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगी। तमिलनाडु में कंपनी रजिस्टर करने के बाद, यह भारत के घरेलू बाजार में अपने उत्पाद लाएगी और उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना से विकास को बढ़ावा मिलेगा।

नई दिल्ली: फॉक्सकॉन की सहायक कंपनी एन्नोकॉन अब भारत में अपनी संचालन गतिविधियाँ शुरू करने जा रही है, जिसका मुख्य उद्देश्य औद्योगिक स्वचालन और डिजिटल परिवर्तन बाजार में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना है। इस ताइवानी कंपनी ने तमिलनाडु में अपनी कंपनी रजिस्टर करवाई है और इसके तहत अपने उत्पादों को घरेलू बाजार में लाने की योजना बनाई है।

फॉक्सकॉन की मूल कंपनी, जो श्रीपेरुम्बुदुर, तमिलनाडु में एप्पल आईफोन असेंबली संयंत्र संचालित करती है, वहां 40,000 कर्मचारियों को रोजगार देती है।

एन्नोकॉन का लक्ष्य

एन्नोकॉन कॉर्पोरेशन एक वैश्विक नेता है जो क्लाउड प्रबंधन सेवाओं, औद्योगिक आईओटी और एम्बेडेड टेक्नोलॉजी में माहिर है। 2007 में एन्नोकॉन फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप का हिस्सा बना, जिसका मुख्यालय न्यू ताइपे सिटी में है। एन्नोकॉन ग्रुप उच्च-विकासशील बाजारों में स्मार्ट सिटी, स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग, स्मार्ट रिटेल, वित्तीय सेवाएं, और मीडिया व एंटरटेनमेंट में कार्य करता है।

कंपनी के अनुसार, “हम सभी आंतरिक डिज़ाइन, निर्माण और आपूर्ति श्रृंखला प्लेटफार्मों और अनुशासन में डिजिटल परिवर्तन रणनीतियाँ प्रदान करते हैं।”

भारत में बढ़ती प्रतिस्पर्धा

भारत में इस क्षेत्र के प्रमुख खिलाड़ी जैसे कि सिएमेंस, ताइवानी कंपनी एडवांटेक और रॉकवेल ऑटोमेशन पहले से ही मौजूद हैं। फिर भी, एन्नोकॉन का औद्योगिक मेटावर्स परिवर्तन नए क्लाउड-आधारित एआईओटी उत्पादों, सेवाओं और समाधानों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की योजना बना रहा है।

सरकार का समर्थन

सरकार ने औद्योगिक विकास को तेज करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में बजट आवंटन को बढ़ा दिया है, जो ‘मेक इन इंडिया’ पहल को और सशक्त बनाएगा। इस वर्ष, 2025-26 के लिए उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना में कई प्रमुख क्षेत्रों में वित्तीय आवंटन में वृद्धि की गई है।

निवेश में वृद्धि और रोजगार सृजन

अब तक अगस्त 2024 तक कुल निवेश 1.46 लाख करोड़ रुपये का हो चुका है, और उम्मीद की जा रही है कि अगले साल तक यह आंकड़ा 2 लाख करोड़ रुपये को पार कर जाएगा। इन निवेशों से उत्पादन और बिक्री में भी महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है, जो 12.50 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई है, जबकि इसने लगभग 9.5 लाख रोजगार सृजित किए हैं।

प्रमुख क्षेत्रों में वृद्धि

इस बजट में कुछ प्रमुख क्षेत्रों में बड़ा उछाल देखने को मिला है, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी हार्डवेयर के लिए आवंटन को 5,777 करोड़ रुपये (2024-25 के लिए संशोधित अनुमान) से बढ़ाकर 9,000 करोड़ रुपये किया गया है। ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट्स के लिए आवंटन में भी महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है, जो 346.87 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,818.85 करोड़ रुपये हो गया है।

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