मेरठ : देश भर में 45000 ग्रामीण डाक सेवकों की भर्ती में फर्जीवाड़े का बड़ा मामला सामने आया है। यूपीएसटीएफ की मेरठ यूनिट ने इस फर्जीवाड़े से जुड़े 11 आरोपियों की गिरफ्तारी की है और उनके पास से बड़ी तादात में फर्जी मार्कशीट और अभिलेख बरामद किए है। भर्ती गैंग डाक विभाग के अधीक्षक के साथ मिलकर फर्जी मार्कशीट के आधार पर डाक सेवकों की भर्ती करवा रहा था। इस गैंग ने भर्ती में फिजिकल वेरिफिकेशन तक का ठेका ले रखा था।
उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क की मेरठ यूनिट में इस गैंग का खुलासा किया है। गैंग का मुख्य सूत्रधार मैनपुरी का निवासी वीकल यादव था। वीकल यादव डाक विभाग में मैनपुरी डाक अधीक्षक का सरकारी ड्राइवर है। वीकल यादव ने इस गैंग के सरगना साजिद की अलीगढ़ के डाक अधीक्षक से मुलाकात कराई थी। डाक अधीक्षक और फर्जी भर्ती गैंग के सरगना साजिद ने ऐसे सैकड़ो अभ्यर्थियों से चार-चार लाख रुपए की वसूली की जो ग्रामीण डाक सेवक बनना चाहते थे।
अलीगढ़ में तैनात वर्तमान डाक अधीक्षक संजय कुमार और इस गैंग ने मिलकर सैकड़ो अभ्यर्थियों का फिजिकल वेरिफिकेशन भी कराया है। हैरत की बात यह है कि यह गैंग अभ्यर्थियों के लिए फर्जी मार्कशीट का इंतजाम भी करता था और उन फर्जी मार्कशीट को डाक अधीक्षक वेरीफाई करके अभ्यर्थियों की नौकरी पक्की करता था। इस नौकरी में मेरिट के आधार पर सिलेक्शन होना है।
एसटीएफ ने जिन 13 आरोपियों की गिरफ्तारी की है उनमें गैंग का सरगना साजिद अली अमरोहा का निवासी है। हापुड़ का साकिब, फिरोजाबाद का वीकल यादव, बिजनौर का अभिषेक चौधरी, बिजनौर का सुमित चौधरी, बिजनौर का प्रफुल्ल चौधरी और हेमंत कुमार इस गैंग में शामिल है। मैनपुरी का अहम मिश्रा, संभल का प्रशांत कुमार, बिजनौर का गौरव चौधरी, अलीगढ़ का हाशिम, गाजियाबाद का आसिफ और संभल का मोहम्मद सोहेल इस गैंग में अभ्यर्थी को फंसाकर लाने का काम करते थे।
गैंग के सदस्यों के पास कई बोर्ड और यूनिवर्सिटीज की फर्जी डिग्रियां मिली है। इनमें सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ, राजस्थान विद्यापीठ यूनिवर्सिटी, बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड पटना, द बेस्ट बंगाल कौंसिल ऑफ रविंद्र ओपन स्कूलिंग आज बोर्डो की मार्कशीट बरामद की गई है। गैंग सदस्यों के पास से इन मार्कशीटों की सॉफ्ट कॉपी भी बरामद हुई है जिसमें नाम और डिटेल बदलकर इन्हें अभियार्थियों को प्रिंट किया जाता था।
अलीगढ़ के सिविल लाइंस थाने में सभी आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कराया गया है। मेरठ के एंटी करप्शन कोर्ट में इन सभी आरोपियों की पेशी की जाएगी। डाक विभाग का आरोपी डाक अधीक्षक संजय कुमार फिलहाल फरार है। यूपीएसटीएफ उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिशें दे रही है।