Galwan Standoff : 11 मार्च को होगी भारत-चीन सेना के कोर कमांडर स्तर के 15 वीं दौर की बातचीत…

भारत-चीन सैन्य अधिकारियों के संयुक्त बयान में कहा गया है कि "दोनों पक्षों के रक्षा और विदेशी मामलों के प्रतिनिधि बैठक में मौजूद रहे और उनके बीच पश्चिमी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ "प्रासंगिक मुद्दों के समाधान के लिए विचारों का एक स्पष्ट और गहन आदान-प्रदान किया गया।"

भारतीय सेना के सूत्रों के मुताबिक भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की 15वीं वार्ता 11 मार्च को चुशुल मोल्डो मीटिंग प्वाइंट के भारतीय हिस्से में होगी। इससे पहले पिछले 14 दौर की बातचीत के परिणामस्वरूप पैंगोंग त्सो, गालवान और गोगरा हॉट स्प्रिंग क्षेत्रों के उत्तर और दक्षिण किनारों के लिए उठे विवाद का समाधान हुआ। “दोनों पक्ष अब विवाद वाले दूसरे क्षेत्रों के समाधान को प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।

सेना के उच्च पदस्थ सूत्रों ने जानकारी दी कि, दोनों पक्षों की और से एक सर्व-स्वीकार्य समाधान खोजने के लिए भारतीय और चीनी सेना के कोर कमांडर स्तर के अधिकारियों द्वारा हाल के बयान बेहद सकारात्मक प्रकृति के हैं। यह दिखाता है कि दोनों सेनाओं के बीच चल रही वार्ता एक सकारात्मक नजरिया पेश कर रही है जिसपर दोनों पक्ष आपसी सहमति जताने के इच्छुक हैं।

भारत-चीन सैन्य अधिकारियों के संयुक्त बयान में कहा गया है कि “दोनों पक्षों के रक्षा और विदेशी मामलों के प्रतिनिधि बैठक में मौजूद रहे और उनके बीच पश्चिमी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ “प्रासंगिक मुद्दों के समाधान के लिए विचारों का एक स्पष्ट और गहन आदान-प्रदान किया गया।”

बता दें कि अप्रैल-मई 2020 में गलवान घाटी में शुरू हुए गतिरोध के बाद से अब तक दोनों देशों के टॉप सैन्य कोर कमांडर स्तर के अधिकारियों के बीच 14 दौर की बातचीत हो चुकी है और इसका परिणाम एक बेहतर समाधान की और अग्रसर है।

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