
अंबुजा सीमेंट्स ने सांघी इंडस्ट्रीज के साथ विलय की घोषणा की है और इसके लिए शेयर स्वैप रेश्यो की जानकारी भी दी है। खास बात यह है कि यह कदम उस समय उठाया गया है जब अंबुजा सीमेंट्स ने पिछले साल दिसंबर में 5,185 करोड़ रुपये के उद्यम मूल्य पर सांघी इंडस्ट्रीज का अधिग्रहण पूरा किया था। इस अधिग्रहण के बाद, अंबुजा सीमेंट्स ने सांघी इंडस्ट्रीज में 54.51 प्रतिशत की हिस्सेदारी हासिल की थी। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को दी गई सूचना में कहा, “इस योजना को लागू करने के लिए आवश्यक कानूनी और नियामक मंजूरियां प्राप्त करनी होंगी, जिसमें नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की मंजूरी भी शामिल है।”
विलय की प्रमुख बातें
अंबुजा सीमेंट्स ने अपनी सहायक कंपनियों, सांघी इंडस्ट्रीज और पेन्ना सीमेंट इंडस्ट्रीज को मूल कंपनी के साथ विलय करने की योजना बनाई है। अंबुजा सीमेंट्स के सीईओ, अजय कपूर ने कहा, “यह विलय हमारे कारोबार को और बेहतर बनाएगा और शेयरधारकों को भी लाभ होगा।”
सौदे की शर्तें
विलय के तहत, अंबुजा सीमेंट्स सांघी इंडस्ट्रीज के प्रत्येक 100 शेयर (जिनका अंकित मूल्य 10 रुपये है) के बदले 12 नए शेयर (अंकित मूल्य 2 रुपये प्रति शेयर) जारी करेगा। इस तरह, सांघी इंडस्ट्रीज के शेयरधारक अंबुजा सीमेंट्स के शेयरधारक बन जाएंगे। कंपनी के अनुसार, यह लेन-देन संबंधित हितधारकों और प्राधिकरणों की मंजूरी के बाद 9-12 महीनों में पूरा होने की उम्मीद है।
सांघी इंडस्ट्रीज की क्षमता
सांघी इंडस्ट्रीज की सीमेंट उत्पादन क्षमता 6.1 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) है, जबकि क्लिंकर क्षमता 6.6 MTPA है। इसके पास लगभग 1 अरब टन चूना पत्थर के भंडार हैं। गुजरात में स्थित इसका सांघीपुरम संयंत्र भारत का सबसे बड़ा सिंगल-लोकेशन सीमेंट और क्लिंकर उत्पादन इकाई है।
पेन्ना सीमेंट इंडस्ट्रीज की क्षमता
पेन्ना सीमेंट के पास आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 4 एकीकृत संयंत्र हैं और महाराष्ट्र में एक ग्राइंडिंग यूनिट है, जिसकी कुल क्षमता 10 MTPA है। इसके अलावा, कृष्णपट्टनम और जोधपुर में 2 MTPA क्षमता वाले नए संयंत्र निर्माणाधीन हैं।
भविष्य की योजना
इस विलय से अंबुजा सीमेंट्स को अपनी उत्पादन क्षमता और बाजार की पहुंच में मजबूती मिलेगी। साथ ही, अडानी समूह के इस कदम से भारतीय सीमेंट उद्योग में उसकी स्थिति और भी मजबूत होगी।









