
नई दिल्ली: ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स (GCCs) के द्वारा भर्ती गतिविधियों में वित्तीय वर्ष 2026 में लगभग 27% की वृद्धि होने की संभावना है। यह वृद्धि डोमेन एक्सपर्ट्स और विशिष्ट कौशलों की बढ़ती मांग के कारण हो रही है। वहीं, पारंपरिक आईटी सर्विसेज कंपनियां अनिश्चित बाजार परिस्थितियों के कारण सतर्क बनी हुई हैं।
एचआर विशेषज्ञों के अनुसार, लगातार दूसरे वर्ष GCCs की भर्ती आईटी सर्विसेज कंपनियों से अधिक होने का अनुमान है, जो भारत में उनके बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।
कंसल्टिंग फर्म ज़िनॉव से प्राप्त डेटा के मुताबिक, इस क्षेत्र में कुल भर्ती में 27% वृद्धि का अनुमान है, जिसमें इंजीनियरिंग रिसर्च एंड डेवलपमेंट (ER&D) जैसी प्रमुख श्रेणियों में वृद्धि की मुख्य भूमिका होगी।