
Gold Price: सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। निवेशक अब इसे एक सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में देख रहे हैं। वैश्विक अस्थिरता, आर्थिक नीतियों में बदलाव और मुद्रा की कमजोर स्थिति के कारण सोने की मांग बढ़ी है। भारत में भी सोने के प्रति निवेशकों का रुझान तेजी से बढ़ा है। आइए, जानते हैं सोने की कीमतों में इस उछाल के चार प्रमुख कारणों को विस्तार से….
1. अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध
अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापार युद्ध के कारण वैश्विक नीति अस्थिरता में वृद्धि हुई है। व्यापार युद्ध से बाजार में असमंजस की स्थिति पैदा होती है, जिससे निवेशक इक्विटी और अन्य जोखिमपूर्ण परिसंपत्तियों से हटकर सोने जैसी सुरक्षित संपत्तियों की ओर रुख करते हैं। इसके अलावा, व्यापार युद्ध के कारण महंगाई बढ़ रही है, जिससे सोने की मांग भी बढ़ रही है।
2. केंद्रीय बैंकों की सोने की खरीद
अंतरराष्ट्रीय बाजार में रूस पर अमेरिकी और G7 देशों के प्रतिबंधों के बाद कई देशों ने अपने डॉलर भंडार को घटाकर सोने की खरीदारी को प्राथमिकता दी है। यह कदम आर्थिक स्थिरता बनाए रखने और अपनी मुद्रा को सुरक्षित रखने के लिए उठाया गया है। पिछले कुछ महीनों में, केंद्रीय बैंकों ने करीब 333 टन सोना खरीदा है। इस बढ़ती खरीदारी ने सोने की मांग को बढ़ा दिया है, जिससे इसकी कीमतों में तेजी आई है।
3. रुपया अवमूल्यन
भारतीय रुपये की कमजोरी का सीधा असर सोने की कीमतों पर पड़ता है। जब रुपये का अवमूल्यन होता है, तो आयातित वस्तुएं महंगी हो जाती हैं, जिसमें सोना भी शामिल है। रुपये की कमजोरी के कारण भारतीय बाजार में सोना महंगा हो जाता है। हालांकि, रुपये के अवमूल्यन के बावजूद भारतीय निवेशकों को अधिक रिटर्न मिलता है, जिससे सोने की खरीदारी में वृद्धि होती है।
4. गिरती ब्याज दरें
जब ब्याज दरें गिरती हैं, तो निवेशक सोने को सुरक्षित और लाभकारी विकल्प मानते हैं। कम ब्याज दरों पर निवेशकों को अपने फिक्स्ड डिपॉजिट, सरकारी बॉन्ड और अन्य सुरक्षित विकल्पों से अपेक्षाकृत कम रिटर्न मिलता है। ऐसे में, सोने की ओर निवेश का रुझान बढ़ता है, जिससे इसकी कीमतों में उछाल आता है।
भविष्य में भी बढ़ेगी सोने की मांग
सोने की कीमतों में हालिया तेजी के पीछे ये चार मुख्य कारण हैं—वैश्विक व्यापार युद्ध, केंद्रीय बैंकों की खरीदारी, रुपये का अवमूल्यन और गिरती ब्याज दरें। निवेशकों के लिए सोना एक सुरक्षित और लाभदायक विकल्प बना हुआ है, और इन कारकों के चलते सोने की मांग भविष्य में भी बढ़ सकती है।