
रिपोर्ट : नीरज कुमार जायसवाल, वाराणसी
वाराणसी। उत्तर प्रदेश में बनने वाला लकड़ी का खिलौना विश्वभर में अपनी एक अलग ही पहचान बना चुकी है। वाराणसी सहित पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों में खरादी पर लकड़ी का खिलौना तैयार करने वाले कुंदेर समाज के लोगो के लिए योगी सरकार लगातार कार्य कर रही है। लकड़ी के खिलौनो को जहां एक तरफ विश्वस्तर पर सरकार प्रमोट कर रही है, तो अब सरकार लकड़ी का खिलौना तैयार करने वाले कुंदेर समाज को अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल करने की तैयारी कर रही है। जिसके लिए उत्तर प्रदेश राज्य पिछड़ा आयोग की टीम प्रदेश में सर्वे का कार्य शुरू कर दिया है।


वाराणसी में किया गया कुंदेर समाज का सर्वे, 5 दिनो तक चलेगा सर्वे
वाराणसी में कुंदेर समाज के आर्थिक, समाजिक और राजनैतिक भूमिका की सर्वे के लिए पहुंची राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग की टीम ने सर्वे कार्य शुरू किया। वाराणसी में 5 दिनो तक चलने वाले सर्वे के पहले दिन कश्मीरीगंज में सर्वे टीम ने कैंप लगाकर सर्वे किया। इस दौरान सर्वे की टीम ने समाज के अलग -अलग लोगो से जानकारी इकट्ठा किया। सर्वे टीम में शामिल कृष्ण कुमार ने बताया कि राज्य सरकार को समाज की तरफ से अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल किए जाने को लेकर आवेदन दिया गया था। जिसे लेकर सर्वे कार्य किया जा रहा है।

वाराणसी, गोरखपुर और मिर्जापुर में रहते है कुंदेर समाज के लोग
अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल किए जाने के लिए सर्वे को लेकर वाराणसी कुंदेर समाज के मीडिया प्रभारी शेखर सिंह ने बताया कि कुंदेर समाज के ज्यादातर लोग वाराणसी, मिर्जापुर और गोरखपुर में रहते है। राज्य पिछड़ा वर्ग की टीम पहले गोरखपुर में समाज के सर्वे का कार्य कर चुकी है और अब वाराणसी में सर्व किया जा रहा है। वही इसके पश्चात मिर्जापुर में सर्वे करने के पश्चात रिपोर्ट दिए जाने की जानकारी हुई है। शेखर सिंह के अनुसार वाराणसी के कुंदेर समाज के करीब 350 परिवार रहते है और आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर है। ऐसे में समाज को अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल किए जाने की मांग लंबे अरसे से किया जा रहा है। वही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने समाज के लिए पहल करते हुए सर्वे का कार्य शुरू करवाया है।









