Gorakhpur: DJ के शोर से इंसान ही नहीं, जानवर भी परेशान होते हैं, उनको भी इंसानों की ही तरह परेशानियां होती हैं.. फर्क बस इतना होता हैं कि वो बोल नहीं सकते. नहीं तो जानवर भी अपनी परेशानियां इंसानों की तरह ही बताते.. लेकिन कभी- कभी ऐसा भी होता हैं जब इंसान ही जानवरों की आवाज बन जाते हैं.. ऐसा ही अनोखा मामला आया हैं गोरखपुर से… जहाँ
वाराणसी के एक पशुपालक की गायें शोर की वजह से कम दूध दे रही हैं. पशुपालक ने गोरखपुर में मुख्यमंत्री के जनता दर्शन कार्यक्रम में पहुंचकर इस बात की शिकायत दर्ज कराई हैं. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने इसे गंभीरता से सुना और डीजे के शोर पर नियंत्रण लगाने का आश्वासन भी दिया…
गायों का दूध अचानक हो रहा कम
दरअसल, वाराणसी जिले के ग्राम दशवतपुर निवासी संदीप सिंह का कहना हैं कि उन्होंने चार गायें पाली हैं.. साथ ही उनके चाचा के पास 10 गायें हैं. इसके अलावा गांव के कई और लोग भी पशुपालन का ही कार्य करते हैं. पिछले 6-7 सालों से ऐसा हो रहा है कि त्योहारों के वक्त जब तेज आवाज में DJ बजता है, तब गायों का दूध अचानक कम हो जा रहा है. वही जब पशु चिकित्सकों से बात की तो वो तेज ध्वनि के कुप्रभाव की वजह से ऐसा होना बता रहे है.
खुली जगह में लाउडस्पीकर नहीं बजाए जा सकते
शिकायतकर्ता युवक ने आगे कहा कि पुलिस DJ की आवाज थोड़ा कम कराती है, लेकिन वह भी 100 डेसिबल से अधिक ही रहता है. उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध आदेश के अनुसार, रात्रि 10 बजे से सुबह 6 बजे के बीच सिवाय साउंड प्रूफ ऑडिटोरियम के किसी भी खुली जगह में लाउडस्पीकर नहीं बजाए जा सकते हैं, मगर नियम का पालन नहीं हो रहा है..
मुख्यमंत्री ने सुनी युवक की बात
शिकायतकर्ता बताया कि मुख्यमंत्री ने उनकी बातों को गंभीरता से सुना और इस पर नियंत्रण की बात भी कही हैं.
आखिर शोर से गायें दूध क्यों देती हैं कम?
बता दें कि दुधारु पशु से दूध निकलते वक्त शोरगुल नहीं होना चाहिए.क्योंकि जब गाय पुआसती हैं तो 1 से 2 मिनट में ऑक्सीटोसिन हार्मोन की मदद से दूध थनो में आ जाता हैं.. 7 से 8 मिनट तक हार्मोन का सबसे अधिक प्रभाव रहता हैं.. लेकिन इस दौरान जब शोर होता हैं तो हार्मोन का प्रभाव कम हो जाता हैं. यही कारण हैं कि शोरगुल होने पर पशु कम दूध देते हैं..