
वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद के कैंट रेलवे स्टेशन पर बढ़ती चोरी की घटना की जांच के दौरान जीआरपी के जवान उस समय हैरान हो गए, जब सीसीटीवी में पुलिसकर्मी के द्वारा चोरी की घटना देखी।

जीआरपी के जवानों ने सीसीटीवी में घटना में मौजूद पुलिसकर्मी को चिन्हित करने के बाद कैंट स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया से आरोपी को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने जीआरपी के जवानों के सामने चौका देने वाला खुलासा किया।
दरसल चोरी करने वाला पुलिसकर्मी असली नही बल्कि फर्जी पुलिसकर्मी था और पुलिस का वर्दी पहन स्टेशन पर चोरी की घटना को अंजाम दिया। वही तलाशी के दौरान जीआरपी के जवानों ने फर्जी पुलिसकर्मी के पास से चोरी के समान, फर्जी पुलिस का पहचान पत्र व पीएनओ नंबर के साथ नेम प्लेट बरामद हुआ।

वाराणसी जीआरपी के क्षेत्राधिकारी कुंवर प्रभात सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि जीआरपी के जवानों ने गाजियाबाद के अरविंद नामक चोरी के आरोपी को गिरफ्तार किया है। जो फर्जी पुलिस राजवीर यादव बनकर यात्रियों के समान की चोरी करता था। गिरफ्तार हुए आरोपी से पूछताछ में पता चला कि भदोही जनपद में भी चोरी की घटना में पकड़े जाने पर करीब ढाई साल जेल में रह चुका है। जेल से बाहर निकलने के बाद आरोपी शातिर अंजदाज में वर्दी पहनकर वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन के आस पास की दुकानों पर अपना रौब झड़ता और चोरी की घटना को अंजाम देता था।
जीआरपी क्षेत्राधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी के आधार पार शातिर चोर को चिन्हित किए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया। जिसके पास से चोरी का ब्रांडेड कंपनी का लैपटॉप, दो मोबाइल फोन के अलावा एक टैबलेट और 85 हजार रुपए नगद बरामद हुआ है। गिरफ्तार हुए अभियुक्त से चोरी के माल को बिक्री करने वाले स्थानों को चिन्हित कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
रिपोर्ट : नीरज कुमार जायसवाल









