GST 2.0: किसानों के लिए बड़ा तोहफा, खेती और मछली पालन हुआ सस्ता

महिंद्रा और महिंद्रा जैसे बड़े ट्रैक्टर निर्माता 50,000–60,000 रुपये तक की कटौती की संभावना बता रहे हैं।

कृषि इनपुट्स और मछली उत्पादों पर 5% GST, पैकेज्ड रोटियों पर 0%

GST काउंसिल ने किसानों का भार कम करते हुए प्रमुख कृषि इनपुट्स और उपकरणों पर कर दर घटाई है। उर्वरक, कृषि मशीनरी और बड़े ट्रैक्टर अब 5% GST के दायरे में आए हैं, जिससे किसानों की कुल उत्पादन लागत में कमी आएगी।

ट्रैक्टर और कृषि मशीनरी पर असर

  • महिंद्रा और महिंद्रा जैसे बड़े ट्रैक्टर निर्माता 50,000–60,000 रुपये तक की कटौती की संभावना बता रहे हैं।
  • CRISIL के अनुसार, बायो-पेस्टीसाइड्स की रिटेल कीमत 4–6% घटेगी और माइक्रो-न्यूट्रिएंट्स की कीमत 3–6%।
  • हालांकि कुछ जरूरी उपकरण जैसे ब्रश कटर, पिट डिगर्स, चेनसॉ और वॉटर पंप पर GST अब भी 18% ही रहेगा।

मछली पालन और सी फूड पर राहत

  • मछली तेल, मछली एक्सट्रैक्ट और तैयार/संरक्षित मछली और झींगा उत्पाद पर GST 12% से घटकर 5%।
  • मछली जाल, सी-फूड उत्पाद और एक्वाकल्चर इनपुट्स भी अब 5% GST पर।
  • इससे घरेलू उपभोक्ताओं के लिए वैल्यू-एडेड मछली सस्ती होगी और निर्यात में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त मिलेगी।

पैकेज्ड फूड और रोटियों पर असर

  • मिठाई और बेकरी उत्पाद पर GST 18% से घटकर 5%, जिससे चीनी की मांग बढ़ने की संभावना।
  • पैकेज्ड रोटियाँ और पराठे अब 0% GST पर, लेकिन छोटे पैक (25 किलो तक) के आटा, मैदा और सूजी पर 5% GST लागू रहेगा।
  • घरेलू रोटी बनाने वाले घरों में यह राहत पूरी तरह लागू नहीं होगी।

उर्वरक उद्योग में बदलाव

  • इनपुट्स पर GST 18% से घटकर 5% होने से MSME निर्माताओं के लिए कार्यशील पूंजी की बाधा कम होगी।
  • पहले 13% कर जमा सिस्टम में लॉक होता था, अब इस कटौती से नकदी प्रवाह में सुधार होगा।

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