
मिडिल क्लास और किसानों के लिए राहत, बिहार चुनाव से पहले समयबद्ध कदम
GST 2.0 केवल कर सुधार नहीं है, बल्कि यह एक राजनीतिक बयान भी है। 5%, 12%, 18% और 28% के चार-स्तरीय स्लैब को घटाकर केवल दो मुख्य स्लैब—5% और 18%—के साथ लक्ज़री और ‘सिन गुड्स’ के लिए 40% स्लैब पेश किया गया है।
मिडिल क्लास के लिए राहत
- भारत की आबादी का लगभग 31% हिस्सा, मिडिल क्लास, आर्थिक और चुनावी दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
- छोटे कार, LED TV, AC, सिनेमा टिकट, चॉकलेट, पेंसिल, ज्योमेट्री बॉक्स जैसे वस्तुओं पर GST 18% कर दिया गया।
- दैनिक उपयोग की चीज़ें जैसे साबुन, शैम्पू, हेयर ऑयल, टूथपेस्ट, टूथब्रश, टैल्कम पाउडर, मोमबत्ती, शेविंग किट, मैच, स्टेशनरी और खिलौने अब सिर्फ 5% GST पर।
- हेल्थकेयर पर खर्च को भी ध्यान में रखा गया। जीवन और स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम अब GST-फ्री। कैंसर और दुर्लभ बीमारियों की 33 जीवन-रक्षक दवाएँ पूरी तरह टैक्स मुक्त। डायग्नोस्टिक किट, थर्मामीटर और अधिकांश दवाएँ अब 5% GST पर।
रणनीतिक महत्व: बिहार चुनाव से पहले मिडिल क्लास की संवेदनशीलता बनाए रखना सरकार की प्राथमिकता है।
किसानों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए राहत
- भारत में 37 से 118 मिलियन किसान और लगभग 93 मिलियन कृषि परिवार हैं। डेयरी सेक्टर में 70–80 मिलियन किसान शामिल।
- कृषि और ग्रामीण आजीविका के लिए आवश्यक वस्तुओं पर कर दरें घटाई गईं—कृषि उपकरण, घी, मक्खन, पनीर, जाम, सॉस, सूप, नमकीन और ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम, काजू, पिस्ता अब 5% GST पर।
- कृषि और डेयरी सेक्टर को अमेरिकी व्यापार वार्ता के दौरान सुरक्षित रखा गया, विदेशी प्रतिस्पर्धा से बचाने के लिए।
स्वस्थ भारत: हानिकारक वस्तुओं पर कर
- प्रधानमंत्री मोदी ने स्वस्थ जीवनशैली को लगातार बढ़ावा दिया है। योग को वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय बनाया और नागरिकों से तेल और चीनी की खपत कम करने को कहा।









