Guru Nanak Jayanti 2023:  गुरुनानक जयंती आज, जानिए प्रकाश पर्व के रूप में क्यों मनाया जाता है?

Guru Nanak Jayanti 2023: गुरुनानक जयंती आज, जानिए प्रकाश पर्व के रूप में क्यों मनाया जाता है?

Guru Nanak Jayanti 2023: आज गुरु नानक की 554 वीं जयंती मनाई जा रही है। गुरु नानक जयंती सिख समुदाय में काफी लोकप्रिय है। जिसे प्रत्येक वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। गुरु नानक सिखों के पले गुरु थे। गुरु नानक जयंती को प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है। इस दिन लोग गुरुद्वारे जाकर मत्था टेकते हैं। गुरुद्वारों में भजन कीर्तन का आयोजन किया जाता है। भक्त लंगर लगाकर लोगों को खाना खिलाते हैं।

गुरु नानक का जन्म कार्तिक पूर्णिमा के दिन 1469 में हुआ था। इस जगह को ननकाना साहिब कहा जाता है, जो अब पाकिस्तान में है। इनके पिता का नाम तृप्ता और पिता कल्याण चंद थे। गुरु नानक का विवाह 24 सितंबर 1487 को माता सुलक्कनी के साथ हुआ। गुरु नानक को ही सिख धर्म का संस्थापक माना जाता है। सिख धर्म के अनुयायी गुरु नानक जयंती कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाते हैं।

गुरु नानक की 10 शिक्षाएं

1-परमेश्वर एक है। 
2-हमेशा एक ही ईश्वर की साधना में मन लगाओ।
3-हर जगह प्रत्येक प्राणी में ईश्वर है।
4-ईश्वर भक्ति में लीन व्यक्ति को किसी का डर नहीं होता।
5-ईमानदारी और मेहनत से जीवन यापन करनी चाहिए। 
6-बुरा काम न करें, न किसी को सताएं।
7-हमेशा खुश रहते हुए ईश्वर से अपने लिए क्षमा मांगनी चाहिए।
8-मेहनती और ईमानदार होना चाहिए। जरूरतमंदों की सहायता करनी चाहिए।
9-भेदभाव किए बिना सभी को एक नजरिए से देखना चाहिए। स्त्री-पुरुष समान हैं।
10-जीने के लिए खाने के लिए न जीएं।

प्रकाश पर्व के रूप में मनाई जाती है गुरुनानक जयंती

गुरु नानक अपना पूरा जीवन समाज सेवा और लोगों की भलाई में बिता दिया। उन्होंने जाति-पांति, ऊंच-नीच और भेदभाव को मिटाने के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए। उन्होंने इंसानियत के नाम पर सभी को एक सूत्र में बांधने का काम किया। नानक जी ने हर जगह ज्ञान का प्रकाश फैलाने का कार्य किया इसी लिए उनकी जयंती को प्रकाश पर्व के रूप में मनाई जाती है।

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