गुरु पूर्णिमा उत्सव : सीएम योगी बोले, जो अच्छा सोच नहीं सकते, वो अच्छा कर भी नहीं सकते

श्रीरामनवमी, वासंतिक नवरात्रि, शिवरात्रि, शारदीय नवरात्रि, विजयादशमी, दीपावली, मकर संक्रांति, श्रीकृष्णजन्माष्टमी, सावन में पावन ज्योतिर्लिंगों का जलाभिषेक, नाग पंचमी आदि हिन्दू पर्वों से जुड़ी युगांतकारी

बुधवार को गोरखनाथ मंदिर में हुए पूर्णिमा उत्सव में गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हुए. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन में अवसर सबको मिलता है। उन अवसरों को सकारात्मकता के साथ समाज व देश हित के अनुकूल बनाकर आगे बढ़ने वाला ही सफल होता है। किसी समस्या का समाधान करने के लिए सकारात्मकता यानी अच्छी सोच होनी चाहिए। नकारात्मक सोचने वाले अच्छा कर भी नहीं सकते। सकारात्मक व्यक्ति समाधान का रास्ता बनाता है जबकि नकारात्मक व्यक्ति समाधान न होने का बहाना गिनाता है।

गुरु पूर्णिमा पर्व पर बुधवार को गोरखनाथ मंदिर में आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। महंत दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में आयोजित कार्यक्रम में आये लोगों को गुरु की तरह जीवन का व्यावहारिक आशीर्ज्ञान देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे सनातन संस्कृति में पर्व की विशिष्ट परंपरा किसी युगांतकारी घटना से जुड़कर हमें प्रेरणा देती है।

श्रीरामनवमी, वासंतिक नवरात्रि, शिवरात्रि, शारदीय नवरात्रि, विजयादशमी, दीपावली, मकर संक्रांति, श्रीकृष्णजन्माष्टमी, सावन में पावन ज्योतिर्लिंगों का जलाभिषेक, नाग पंचमी आदि हिन्दू पर्वों से जुड़ी युगांतकारी घटनाओं की जीव सृष्टि के संरक्षण तथा मानव कल्याण में बड़ी और स्मरणीय भूमिका रही है। इनमे से ही एक प्रमुख एवं पावन पर्व गुरु पूर्णिमा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि आजादी के इस अमृत महोत्सव वर्ष में गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व से जुड़ रहे हैं। आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर हमें शताब्दी वर्ष अर्थात अगले 25 वर्ष के लिए लक्ष्य बनाने होंगे, साथ ही उसके अनुरूप कार्ययोजना भी बनानी होगी। हमारा लक्ष्य आजादी के शताब्दी वर्ष तक भारत को वैभवशाली और समृद्धतम देश बनाना होना चाहिए।

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