गुरु पूर्णिमा उत्सव : गुरु व्यास ने किया है इन पांच श्रेणी के गुरुओं का उल्लेख – योगी आदित्यनाथ

वैदिक ज्ञान को लिपिबद्ध कर सर्वसुलभ बनाने में युगांतकारी ऋषि वेदव्यास जी का बहुत बड़ा योगदान है। उनके रचित ग्रन्थ मानव सृष्टि पर एक बड़ी कृपा हैं

बुधवार को गोरखनाथ मंदिर में आयोजित गुरु पूर्णिमा उत्सव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हुए. इस मौके पर उन्होंने आदि गुरु को नमन किया, और कहा महर्षि वेदव्यास जी की जयंती ही गुरु पूर्णिमा के रूप में प्रतिष्ठित है। इस मौके पर उन्होंने गुरु की पांच श्रेणियां भी बताईं। हमारे वैदिक ज्ञान को लिपिबद्ध कर सर्वसुलभ बनाने में युगांतकारी ऋषि वेदव्यास जी का बहुत बड़ा योगदान है। उनके रचित ग्रन्थ मानव सृष्टि पर एक बड़ी कृपा हैं।

गोरखनाथ पीठाधीश्वर ने कहा कि गुरु के रूप में वेदव्यास जी के प्रति श्रद्धा व सम्मान में किसी भी आयोजन में व्यास की गद्दी ही सर्वोच्च गद्दी मानी जाती है। गीता में भी उनकी श्रद्धा दृष्टि का उल्लेख किया गया है। कहा भी जाता है, कि जैसी दृष्टि, वैसी सृष्टि। इसलिए हमारी द्रष्टि सकारात्मक होनी चाहिए।

गुरु व्यास ने हर व्यक्ति के जीवन में पांच श्रेणी के गुरुओं का उल्लेख किया। ये गुरु माता-पिता, भाई-बहन, बड़े-बुजुर्ग, शिक्षा गुरु व दीक्षा गुरु हैं. ये सब हमारे जीवन का मार्गदर्शन कर हमे आगे बढ़ाते हैं. और सही गलत के बीच फैसला करने की क्षमता देते हैं.

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