जिसने 7 हज़ार नहीं देखे, उसे मिला 7 करोड़ का नोटिस – सदमे में पूरा परिवार

हापुड़ के मजदूर सुभाष को आयकर विभाग ने भेजा 7 करोड़ रुपये का नोटिस। मजदूर का दावा—मेरे नाम पर हुआ फर्जी लेनदेन। अब थाने पहुंच लगाई न्याय की गुहार। पढ़िए पूरी खबर।

Hapur: सोचिए… आप दिनभर मेहनत-मजदूरी करते हैं, महीने के आखिर में मुश्किल से घर चलाते हैं – और एक दिन डाक से आता है नोटिस… वो भी ₹7 करोड़ का! ऐसा ही कुछ हुआ है उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के पिलखुवा निवासी एक साधारण मजदूर सुभाष के साथ, जिसे आयकर विभाग ने पूरे 7 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का नोटिस भेज दिया।

क्या है पूरा मामला?

पीड़ित सुभाष राणा पट्टी महादेव मोहल्ले का निवासी है और रोजाना की मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालता है। लेकिन जब उसे यह नोटिस मिला, तो उसके पैरों तले ज़मीन खिसक गई। दरअसल, 2024 में ही इनकम टैक्स विभाग ने ये नोटिस भेजा था – लेकिन जानकारी की कमी या अनदेखी के चलते सुभाष ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। अब जब विभाग ने शिकंजा कसना शुरू किया, तब जाकर सुभाष को पता चला कि उसके बैंक खाते से किसी निजी अस्पताल से जुड़ी दो बड़ी जीएसटी ट्रांजैक्शन हुई हैं।

मजदूर की गुहार और सदमे में परिवार

अब सुभाष ने थाने पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है। वो बार-बार यही कह रहा है – “इतना पैसा तो मैंने कभी देखा ही नहीं… फिर ये 7 करोड़ का नोटिस मेरे नाम कैसे? पूरा परिवार सदमे में है – एक तरफ गरीबी, दूसरी तरफ सरकारी शिकंजा।

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