
दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच कोई-न-कोई विवाद होता रहता है। इसी बीच आम आदमी पार्टी के नेता और स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना पर जनता के बीच झूठ फैलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल महोदय अपने कार्यालय के माध्यम से लगातार जनता के बीच झूठ फैला रहे हैं। दिल्ली सरकार के अस्पतालों में डॉकटरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ की भारी कमी है। इन पदों की पूर्ति के लिए उप राज्यपाल को कई बार पत्र लिखा गया लेकिन उन्होंने कॉन्ट्रैक्ट द्वारा पदों की पूर्ति नहीं की गई।
डॉक्टरों समेत 1658 पद खाली
आप नेता सौरभ भारद्वाज ने जानबूझकर दिल्ली के लोगों के खिलाफ षड्यंत्र किए जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सर्विसेज विभाग सीधे तौर पर उपराज्यपाल महोदय के अधीन आता है। लेकिन उससे भाग रहे हैं। वहीं हाई कोर्ट द्वारा गठित डॉ सरीन की कमेटी ने भी माना दिल्ली सरकार के अस्पतालों में स्टाफ को तुरंत कॉंट्रैक्ट पर भरना चाहिए। भारद्वाज ने कहा कि 30% डॉक्टरों की, 20% नर्सों की, 30% फार्मासिस्ट की और ओटी टेक्नीशियन, लैब टेक्नीशियन के साथ पोस्टमार्टम टेक्नीशियन के अलावा 1658 पद खाली हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में दिल्ली एवं आसपास के राज्यों से लाखों लोग इलाज कराने के लिए आते हैं। लेकिन उप राज्यपाल गरीब मजबूर लोगों का इलाज रोक कर पाप कमा रहे हैं।
करोड़ों रूपए की मशीन अस्पतालों में बेकार पड़ी
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में ऑपरेशन थिएटर तो हैं लेकिन ऑपरेशन करने के लिए डॉक्टर नहीं है। इतना ही नहीं करोड़ों रूपए की मशीन अस्पतालों में पड़ी बेकार हो रही है। उन्हें चलाने के लिए रोडियोलॉजिस्ट ही नहीं हैं। दरअसल, भारद्वाज ने बताया कि एक-एक अस्पताल के एमडी और एमएस के साथ बैठक कर वर्तमान स्थिति का डाटा इकट्ठा कर उप राज्यपाल को भेजा है। इसके अलावा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा भी इस संबंध में उपराज्यपाल को पत्र लिखा गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।









