
डेस्क : 69000 शिक्षक भर्ती मामले में एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई नहीं हो सकी। मंगलवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन समयाभाव के कारण इसे स्थगित कर दिया गया। अगली सुनवाई 15 अप्रैल को होगी। इस मामले की पहली सुनवाई सितंबर 2024 में हुई थी, और उसके बाद से तारीखें लगातार बढ़ रही हैं। हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक सरकार को तीन महीने के भीतर इस मामले का समाधान करना था, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अमरेंद्र पटेल ने कहा कि सरकार की ओर से इस प्रकरण के निस्तारण के लिए कोई पहल नहीं की जा रही, जिसके कारण बार-बार सुप्रीम कोर्ट से नई तारीख मिल रही है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों से आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांगें नहीं सुनी जा रही हैं। सुनवाई न होने से अभ्यर्थी परेशान और आहत हैं।
इको गार्डन में धरना प्रदर्शन लगातार जारी है, और अभ्यर्थी तब तक इसे जारी रखने की बात कह रहे हैं, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं। धरने में धनंजय गुप्ता, विक्रम यादव, अनंत कुमार, रंजीत कुमार, ममता प्रजापति, कल्पना, स्वेता, संदीप, सुभाष चंद्र पटेल समेत अन्य लोग भी शामिल हैं।
राष्ट्रीय भागीदारी आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीसी कुरील और उनके साथी लाईक खान, रामकुमार, इंद्रपाल ने इको गार्डन पहुंचकर अभ्यर्थियों के आंदोलन का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर इस मामले के शीघ्र निस्तारण के लिए अनुरोध करेंगे।