
सियाचिन, लद्दाख में तैनात भारतीय सेना के अक्षय लक्ष्मण पहले अग्निवीर थे जो ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए। सेना ने शहीद अक्षय लक्ष्मण के निधन पर संवेदना व्यक्त की और कहा कि उनके परिवार को मिलने वाला मुआफज़ा 1 करोड़ रुपये से अधिक हो सकता है।
अक्षय लक्ष्मण को सियाचिन ग्लेशियर पर तैनात किया गया था , जो लगभग 20,000 फीट की ऊंचाई पर काराकोरम रेंज में स्थित है। इस ग्लेशियर को दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र माना जाता है, जहां सैनिकों को भीषण बर्फ़ीले झोंकों से जूझना पड़ता है।
अग्निवीर की नियुक्ति की शर्तों के अनुसार, शहीद की अधिकृत परिलब्धियाँ इस प्रकार हैं:-
1)शहीद लक्ष्मण के परिजनों को अंशदायी बीमा के रूप में 48 लाख रुपये मिलेंगे.
2) इसके साथ ही शहीद के परिवार को 44 लाख रुपये की अनुग्रह राशि भी मिलेगी.
3)साथ ही परिजनों को मृत्यु की तारीख से चार साल पूरे होने तक शेष कार्यकाल का भी पैसा मिलेगा और यह राशि 13 लाख से अधिक होगी.
4)आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से तत्काल 30 हजार रुपये की आर्थिक सहायता
इसी मामले को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अग्निवीर योजना को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि “भारत के अग्निवीर वीरों का अपमान करने की योजना है और अग्निवीर की मृत्यु के बाद उन्हें पेंशन या अन्य लाभ नहीं दिया गया” वहीं दूसरी ओर इसे अलग तरह से देखा गया और बीजेपी आईटी अध्यक्ष अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि राहुल गाँधी द्वारा कही गयी यह बात ‘पूरी तरह से निराधार और गैरजिम्मेदाराना है ‘









