
दक्षिण अफ्रीका से आधिकारिक तौर पर पहली बार रिपोर्ट किए गए कोविड के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन पर दक्षिण अफ्रीकी चिकित्सा विषेशज्ञों द्वारा जारी किये गए नवीनतम आंकड़ों से ऐसा प्रतीत होता है कि यह सभी टीकों को अप्रभावी नहीं कर सकता हैं। हालांकि इससे प्रतिरक्षा के प्रति व्यक्ति में कुछ और अधिक अनुकूलन आता है।
आंकड़ों में यह खुलासा किया गया है कि दक्षिण अफ्रीका में खोजा गया ओमीक्रॉन वैरिएंट संक्रमण दर मामले में तेजी से डेल्टा वैरिएंट से आगे निकल रहा है, लेकिन टीकों के प्रभाव पर गंभीर असर डालने का कोई मामला अब तक सामने नहीं आया है। अब तक के अध्ययन और आकड़ों से पता चलता है कि टीकाकरण के प्रभाव को यह अभी भी बेअसर नहीं कर सकता।
COवहीं भारत सरकार ने COVID-19 के खिलाफ बचाव के रूप में टीकाकरण की महत्वपूर्ण भूमिका को ध्यान में रखते हुए, ‘हर घर दस्तक’ टीकाकरण अभियान को 100 प्रतिशत पहली खुराक कवरेज और दूसरी खुराक टीकाकरण के बैकलॉग को पूरा करने के लिए 31 दिसंबर तक बढ़ा दिया गया है।
माना जा रहा है कि ओमीक्रॉन पूरे दक्षिण अफ्रीका में फैल चूका है। जानकारी के मुताबिक अब तक, नौ दक्षिण अफ्रीकी प्रांतों में से पांच में ओमाइक्रोन के मामले सामने आए हैं। फिलहाल, इस नए वैरिएंट के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी तो उपलब्ध नहीं हुई है क्योंकि यह नवंबर के अंतिम सप्ताह में दक्षिण अफ्रीका में खोजे जाने के बाद ही दूसरे देशों ने इस वैरिएंट को पहचानना शुरू किया।