“जब इजरायल पर हमला हुआ, मोदी थे पहले नेता जिन्होंने बढ़ाया हाथ!” – इजरायली मंत्री का ऐतिहासिक खुलासा

इजरायल के कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री अब्राहम मोशे 'आवी' डिच्टर ने राइजिंग भारत समिट 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को किए गए फोन कॉल को सच्ची दोस्ती की मिसाल बताया।

इजरायल के कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री अब्राहम मोशे ‘आवी’ डिच्टर ने 8-9 अप्रैल को राइजिंग भारत समिट 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को किए गए फोन कॉल की सराहना की। डिच्टर ने कहा, “7 अक्टूबर 2023 को जब गाज़ा से हुए भयानक हमलों के दौरान इजरायली नागरिकों का अत्याचार किया गया, मारा गया, अपहरण किया गया, और महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया, तब दुनिया के पहले नेताओं में से एक जिन्होंने इजरायल के प्रधानमंत्री से संपर्क किया, वह भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थे। उन्होंने इजरायल को हर प्रकार की मदद का प्रस्ताव दिया। यह सच्ची दोस्ती है, जो समय पर आती है।”

समिट में डिच्टर ने गाज़ा की मौजूदा स्थिति के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, “7 अक्टूबर के हमलों के बाद, हमने इजरायली रक्षा परिषद और राजनीतिक मामलों के लिए तीन लक्ष्य निर्धारित किए। पहला, गाज़ा में हमाास और अन्य आतंकी संगठनों की सैन्य संरचना को नष्ट करना, दूसरा, गाज़ा में हमाास सरकार को topple करना, और तीसरा, सभी बंधकों को रिहा करना।” उन्होंने बताया कि अब तक 255 लोग अपहृत किए गए थे, जिनमें इजरायली और गैर-इजरायली दोनों शामिल थे, और फिलहाल 59 बंधक गाज़ा में हैं, जिनमें से कम से कम 22 जीवित हैं।

डिच्टर ने कहा कि यह युद्ध तब तक समाप्त नहीं होगा जब तक ये तीन लक्ष्य प्राप्त नहीं हो जाते, और सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य बंधकों की रिहाई है।

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