नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि वो अपनी पार्टी के चुनाव घोषणापत्र पर ध्यान देने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आभारी हैं।
अब्दुल्ला ने कहा, “मैं उनका बहुत शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने जब हमारे मंसूर का नोटिस लिया तो उन्होंने मजबूर किया उन लोगों को, जो आजतक हमारा मंसूर पढ़ने के लिए तैयार नहीं थे। उन्होंने भी हमारा मंसूर पढ़ा। अफसोस की बात ये है कि होम मिनिस्टर साहब को हमारे मंसूर में एक ही पैराग्राफ नजर आया और कुछ ऐसी बातें होम मिनिस्टर साहब ने की, जो हमारे मंसूर में कहीं है ही नहीं। जिस तरह नाम बदलने की बात, मैंने होम मिनिस्टर साहब के ट्वीट के बाद अपना मंसूर दोबारा पढ़ा कि कहीं वो बात मुझसे रह न गई हो। लेकिन हमने वो बात अपने मंसूर में नहीं की लेकिन उसके बावजूद मैं होम मिनिस्टर साहब का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने हमारा मेनिफेस्टो पढ़ा और उसका जिक्र किया।”
गृह मंत्री शाह ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के बीच हुए गठबंधन की आलोचना की और कहा कि दोनों दल “सत्ता के लालच” में देश की एकता और सुरक्षा को बार-बार खतरे में डाल रहे हैं।
बीजेपी नेता शाह ने एक्स पर कहा, “कांग्रेस ने एक बार फिर अब्दुल्ला परिवार की नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन करके अपने गुप्त एजेंडे को उजागर कर दिया है।”
90 सदस्यीय जम्मू कश्मीर विधानसभा के लिए चुनाव तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और एक अक्टूबर को होंगे। वोटों की गिनती चार अक्टूबर को होगी।