अन्ना हजारे अगर राजनीति में आए होते तो पीएम बनते, कुमार विश्वाश ने क्यों छोड़ा था आप पार्टी, संजय सिंह का बड़ा खुलासा

भारत समाचार के संपादक बृजेश मिश्रा के पॉडकास्ट में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद व उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह ने कई दिलचस्प खुलासे किए। उन्होंने अन्ना हजारे के राजनीति में योगदान और उनके संघर्ष पर विस्तार से चर्चा की। संजय सिंह ने बताया कि अगर अन्ना हजारे चुनावी राजनीति में आते तो वो भारत के प्रधानमंत्री बन सकते थे।

संजय सिंह ने यह भी बताया कि अन्ना हजारे ने आम आदमी पार्टी बनाने की सहमति दी थी, लेकिन बाद में कुछ कारणों से वह राजनीति से दूर हो गए। उनके अनुसार, अन्ना हजारे का संघर्ष भ्रष्टाचार के खिलाफ था, और उनका आंदोलन एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ, जिससे देशभर में बदलाव की बयार आई। हालांकि, कांग्रेस सरकार के खिलाफ अन्ना हजारे का आमरण अनशन और उनकी अन्य मुहिमें देश में महत्वपूर्ण राजनीतिक प्रभाव छोड़ने में सफल रही, लेकिन अंत में वह राजनीति से बाहर ही रहे।

इसके अलावा, संजय सिंह ने पार्टी के भीतर कुमार विश्वास के विवादों का भी जिक्र किया और बताया कि कुमार विश्वास ने क्यों आम आदमी पार्टी छोड़ दी। संजय सिंह ने खुलासा किया कि कुमार विश्वास की पार्टी से दूरी बनाने के पीछे व्यक्तिगत और राजनीतिक मतभेद थे, जिनका अंततः पार्टी की दिशा पर प्रभाव पड़ा।

इस बातचीत के दौरान संजय सिंह ने आम आदमी पार्टी के संघर्ष, अरविंद केजरीवाल की भूमिका, और पार्टी के विकास की कहानी भी साझा की। इसके साथ ही, उन्होंने राजनीति में बदलाव की आवश्यकता और इसके लिए आंतरिक संघर्षों का भी उल्लेख किया। इस पॉडकास्ट ने राजनीति के पर्दे के पीछे की वास्तविकताओं को उजागर किया।

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