उत्तरखंडः भारतीय मजदूर संघ कि जिला ईकाई ने श्रम विभाग बागेश्वर के अधिकारी और कर्मचारियों पर भष्टाचार के गंम्भीर आरोप लगाए हैँ।मजदूर संघ ने आरोप लगाया है कि श्रम विभाग बागेश्वर द्वारा गरीब लोगों से जन कल्याणकारी योजनाओं से अधिक लाभ दिलाने नाम पर अवैध वसूली की गई है।
कुमाऊं क्षेत्र के पहाड़ी जनपद बागेश्वर में भारतीय मजदूर संघ कि जिला ईकाई ने श्रम विभाग बागेश्वर के अधिकारी और कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार के गंम्भीर आरोप लगाते हुए , जिलाधिकारी बागेश्वर रीना जोशी को श्रम विभाग कि जांच कराने का सामुहिक ज्ञापन दिया हैं।
भारतीय मजदूर संघ के बागेश्वर जिलाध्यक्ष गणेश सिंह बोरा का कहना है। कि श्रम विभाग बागेश्वर द्वारा गांव कस्बों के गरीब महिलाओं और बुजुर्गो से सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं से अधिक लाभ दिलाने के नाम पर 3 हजार रुपए, तथा 28 सौ रूपया रिश्वत के रूप में लिया गया है। बागेश्वर के हजारों श्रमिकों से श्रमिक कार्ड बनाने के नाम पर 250 से 300 रुपया लिया गया है। श्रमिकों द्वारा जो भी आवेदन किये गये थे। वे भी अभी तक आन लाइन नही किये गये है।
श्रम विभाग बागेश्वर के अधिकारी और कर्मचारियों से जन कल्याणकारी योजनाओं से अधिक लाभ दिलाने नाम पर झांसे में आकर 3 हजार और 2500 रुपये रिश्वत दे चुके दो ग्रामीण ,कला देवी, और रघुवर सिंह ने भी जिला अधिकारी बागेश्वर को श्रम विभाग से पैसे वापस दिलाने कि मांग कि हैं। बागेश्वर में मजदूरों के लंबित मांगों और श्रम विभाग कि कार्य शैली को देखते हुए, भारतीय मजदूर संघ कि शिकायत के आधार पर जिलाधिकारी बागेश्वर ने श्रम विभाग बागेश्वर कि जांच के आदेश दिये है।