राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शनिवार को उत्तरखंड के देहरादून में स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को IMA की पासिंग आउट परेड (POP) की समीक्षा की और जेंटलमैन कैडेट्स को संबोधित किया। राष्ट्रपति कोविंद के IMA पहुंचने पर उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। राज्यपाल ने यहां राजभवन में स्मृति चिन्ह के रूप में राष्ट्रपति को केदारनाथ मंदिर की प्रतिकृति भेंट की।
तीनों सेनाओं के सर्वोच्च सेनापति राष्ट्रपति कोविंद ने यहां अपने सम्बोधन में दिवंगत प्रथम प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल विपिन रावत को याद किया। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि CDS जनरल रावत ने भी IMA से प्रशिक्षण प्राप्त किया था और उनके जैसे ही दूसरे बहदुर जवानों की बहादुरी और कर्तव्यपरायणता के कारण देश का झंडा सदैव बुलंद रहा है। अपने सम्बोधन के दौरान राष्ट्रपति ने भविष्य के जांबाज सैनिकों को सुरक्षा के आधुनिक चुनौतियों को गिनाते हुए बताया कि शारीरिक और मानसिक दृढ़ता के साथ ही एक अधिकारी के रूप में सशक्त और प्रभावी मानसिकता विकसित करने से ही हम इन चुनौतियों से निपट सकते हैं।
राष्ट्रपति कोविंद से इस दौरान परेड की सलामी भी ली और स्वॉर्ड ऑफ ऑनर (Sword Of Honour) भी सौंपा। इस पासिंग आउट परेड में लेफ्टिनेंट अनमोल गुरुंग स्वॉर्ड ऑफ ऑनर के विजेता रहे। आज भारतीय सेना को 319 नए युवा अफसर मिलें जिसमें अर्वाधिक (45) अफसर उत्तर-प्रदेश ने दिए। वहीं उत्तराखंड दूसरे स्थान पर रहा है और यहां से कुल 43 नए जांबाजों ने भारतीय सेना में बतौर लेफ्टिनेंट कमान संभाली। IMA स्थित चेटवुड बिल्डिंग के ‘अंतिम पग’ को पार कर सभी 319 जेंटलमैन कैडेट्स भारतीय सेना के निर्भीक जवान बने।