यूपी में पर्यटन की अपार संभावनाएं, सीएम योगी बोले- दुनिया की सबसे सुंदर नगरी होगी अयोध्या

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज टूरिज़्म कॉन्क्लेव-2022 का समापन समारोह मे उपस्थित हुए। 37वें IATO के 3 दिवसीय वार्षिक सम्मेलन का समापन समारोह लोकभवन के सभागार में आयोजित हुआ।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज टूरिज़्म कॉन्क्लेव-2022 का समापन समारोह मे उपस्थित हुए। 37वें IATO के 3 दिवसीय वार्षिक सम्मेलन का समापन समारोह लोकभवन के सभागार में आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने शिरकत की। योगी आदित्यनात ने अपने सम्बोधन में यूपी में पर्यटन की अपार संभावनाओं का भी जिक्र किया।

योगी अदित्यनाथ ने कहा कि यूपी में करोड़ पर्यटक आता था और इस वर्ष अकेले सावन माह में एक महीने में एक करोड़ श्रद्धालु वाराणसी में आए हैं। उन्होने कहा कि एक करोड़ श्रद्धालु हर एक भारतीय की और हर वह भारतीय जो देश और दुनिया में जहाँ कहीं रह रहा हो अयोध्या आ करके भगवान श्री राम की पावन जन्मभूमि के दर्शन करने की अभिलाषा रखता है। उन्होने कहा कि दुनिया की सुंदरतम नगरी के रूप में आपके सामने अयोध्या होगी और मेरा मानना है कि जितना पर्यटक वर्तमान में आता है इसका लगभग दस गुना पर्यटक दो हजार चौबीस के बाद से अयोध्या मथुरा, वराणसी में होगा।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि क्या देशी क्या विदेशी पिछले पाँच वर्षों के अंदर आपने बदलती हुई मथुरा को, वृन्दावन को, बरसाना को देखा होगा, श्री कृष्ण जन्माष्टमी का आयोजन हो या उत्सव का आयोजन उसके साथ सबको जुड़ते हुए भी देखा होगा वहाँ के आध्यात्मिक विकास के साथ ही वहाँ पर भौतिक विकास और बुनियादी सुविधाओं से आच्छादित हुए इस को भी आपने सबने महसूस किया होगा जिन्होंने पाँच वर्ष के अंदर इस क्षेत्र की में जाने का जिन्हें अवसर मिला हो मथुरा, वृन्दावन, बरसाना, गोकुल, बलदेव, नंदगांव ये जितने भी तीर्थ स्थल हैं इस क्षेत्र के इनके विकास के लिए भी केंद्र और राज्य सरकार और वर्तमान में भौतिक आध्यात्मिक विकास के साथ ही वहाँ के भौतिक और विकास और बुनियादी सुविधाओं पर वर्तमान में लगभग पच्चीस से तीस हजार करोड़ रुपए हमारे वर्तमान में वहाँ खर्च हो रहे हैं।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज उत्तरप्रदेश देश के अंदर एक सुरक्षित प्रदेश है, हमने इस क्षेत्र में बेहद ढेर सारे यूनीफार्म किए हैं और उत्तर प्रदेश आज जहाँ इस दिशा में आगे बढ़ा है वहीं यानी रामायण सर्किट हो या कृष्णा सर्किट या बौद्ध सर्किट आदरणीय प्रधानमंत्री जी के इस विजन को इम्प्लीमेंट करने का व्यावहारिक धरातल पर लागू करने की कोई एक वास्तव में भूमि है तो वो उत्तर प्रदेश है। भगवान बुद्ध से जुड़े हुए छह प्रमुख केंद्र भी उत्तर प्रदेश में ही है। उन्होने कहा कि यहाँ के विकास के लिए भी डबल इंजन की सरकार पूरी इमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करते हुए बौद्ध सर्किट को और अच्छे ढंग से पर्यटन पर आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है।

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