
उत्तर प्रदेश में पिछले पांच सालों से प्रत्येक वर्ष दिवाली के अवसर पर योगी सरकार भव्य और दिव्य दीपोत्सव का आयोजन कर रही है। अयोध्या में विशाल दीपोत्सव का यह कार्यक्रम हर वर्ष नए रिकॉर्ड स्थापियत करता है। इस साल भी प्रकाश की बेहतर और अत्याधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल ने अयोध्या को एक अलग ही रूप दे दिया है।

अयोध्या दीपोत्सव के अवसर पर 3 नवंबर को वनवास बिताने के बाद भगवान राम के अयोध्या वापसी की झांकी तैयार की गयी है। इस झांकी में भगवान राम और सीता पुष्प वर्षा के बीच पावन नदी सरयू के तट पर उतरेंगे। झांकी प्रस्तुतीकरण के इस भव्य अवसर पर स्वयं मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल समेत योगी मंत्रिमंडल के सभी सदस्य राम और सीता की झांकी के लिए उपस्थित रहेंगे।

इस कार्यक्रम के बाद भगवान राम सीता लक्ष्मण के स्वरूपों की पूजा अर्चना की जायेगी जिसमें प्रदेश सरकार की कैबिनेट और अयोध्या के प्रसिद्द संत और महंत शामिल रहेंगे। इसके बाद भगवानराम का राजतिलक होगा।

अयोध्या दीपोत्सव आयोजन में कल के कार्यक्रम की तैयारियां
10 लाख 207 दिए राम की पैड़ी पर रखे गए हैं
राम की पैड़ी पर कल 9 लाख दिए जलाए जाएंगे
दीयों को जलाने के लिए 12 हज़ार वॉलिंटियर्स लगे
36 हजार लीटर सरसो तेल इस्तेमाल किया जाएगा
पिछले साल दीपोत्सव में 5 लाख 51 हजार जलाए गए थे

अयोध्या दीपोत्सव आयोजन में कल के कार्यक्रम
कल सुबह 10 बजे भगवान राम की शोभा यात्रा
कल शोभा यात्रा और झांकियां निकाली जाएगी
साकेत महाविद्यालय से शुरू होकर होगी यात्रा
रामकथा पार्क पहुंचेगी शोभा यात्रा और झाकियां
रामकथा पार्क में कार्यक्रम का भी आयोजन
केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी कार्यक्रम में होंगे शामिल
राज्यपाल आनंदी बेन और CM योगी भी रहेंगे मौजूद
कार्यक्रम में हेलीकॉप्टर से राम-सीता का आगमन होगा
भरत मिलाप और रामायण चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन भी होगा