उत्तर प्रदेश: विधानसभा में महिलाओं के मुद्दों को लेकर एक नई पहल होने जा रही है। विधानसभा सत्र में अब एक दिन सिर्फ़ महिलाओं के नाम होगा। जिसमें महिलाएँ सदस्य ज़्यादा मुखरता से अपनी बात को रख सकेंगी। इस पहल का उद्देश्य आधी आबादी की आवाज़ को सदन के माध्यम से हैं उठाना है।
19 सितंबर से शुरू होने जा रहे विधानसभा सत्र में इस बार महिला विधायकों के लिए एक नई पहल शुरू होगी। विधानसभा सत्र में एक दिन केवल महिलाएँ सदस्यों को बोलने की प्राथमिकता दी जाएगी। इस दिन महिला उत्थान ,सशक्तिकरण साक्षरता ,स्वास्थ्य लैंगिक समानता जैसे विषयों पर महिलाएँ अपनी बात रखेंगी।
19 सितंबर से हो रहे शुरु हो रहे सत्र में एक दिन तय किया जाएगा। इसमें कोई और विधायी कार्य को सम्पन्न नहीं किया जाएगा। इस शुरुआत का उद्देश्य आधी आबादी की आवाज़ को सदन के माध्यम से उठाना हैं। महिलाएँ सदस्य ज़्यादा मुखरता से अपनी बात को इस पहल के माध्यम से कह सकेगी।विधान सभा में महिला विधायको की संख्या 47 है।