Sonbhadra: कृष्णा माइनिंग खदान हादसा में दोनों खनन माफिया पुलिस की पकड़ से दूर,आखिर एक्शन क्यों नहीं हुआ?

दोनों खनन माफिया पुलिस की पकड़ से दूर है… कहा जा रहा है कि एक जनप्रतिनिधि का दोनों को संरक्षण मिला है…

सोनभद्र– सोनभद्र की कृष्णा माइनिंग खदान में हुए हादसे में अब तक 5 मजदूरों के शव निकाले जा चुके हैं।इनमें राजू, संतोष, इंद्रजीत और रविंद्र उर्फ नानक शामिल हैं, जबकि एक मृतक की पहचान अभी नहीं हो पाई है। कुल 18 लोग खदान में दबे थे और बचे शवों को निकालने के लिए रेस्क्यू जारी है।

लेकिन इस हादसे में सबसे बड़ा सवाल ये है कि दोनों खनन माफिया पुलिस की पकड़ से दूर है… कहा जा रहा है कि एक जनप्रतिनिधि का दोनों को संरक्षण मिला है…इसी जनप्रतिनिधि के दबाव में अवैध खनन हुआ है…

जानकारी के लिए बता दें कि खनन माफिया मधुसूदन सिंह, दिलीप केशरी पर FIR हुई है…घटना के बाद से ही दोनों खनन माफिया फरार हैं…इस खदान में रात-दिन अवैध खनन चल रहा था…समय रहते कृष्णा माइनिंग खदान बंद नहीं की गई..

सवाल ये उठता है कि जब खदान 3 दिन बंद थी तो यहां कैसे खनन हुआ?…DM बद्रीनाथ सिंह, खनन विभाग हादसे के जिम्मेदार है.
किसी जिम्मेदार अधिकारी पर अभी तक एक्शन नहीं हुआ….बता दें कि इस खदान की मई 2026 में लीज भी खत्म होनी थी…

इसलिए ज्यादा से ज्यादा अवैध खनन कराया जा रहा था…इस खदान में MM-11 का भी भारी दुरुपयोग हुआ…ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में बड़ी अनदेखी की गई….

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