
लखनऊ; देश भर में फांसी लगाकर आत्महत्या करने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. खासकर इस तरह के मामले छात्रावासों से अधिक सामने आते हैं. छात्र परीक्षा में अपेक्षाकृत परिणाम ना लाने, अवसाद व प्रेम प्रसंग के मामलों के चलते इस तरह का कदम उठाते हैं.
लेकिन अब इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए एक सराहनीय प्रयास शुरू किया गया है. क्योंकि आमतौर पर देखा जाता है अकेलेपन में छात्र इस तरह के कदम उठाते हैं. आत्महत्या करने का विचार मन में आने पर अगर कोई समझाने वाला हो तो मृत्यु की संभावना ना के बराबर होती है.
इसी तरह की घटनाओं पर नियंत्रण लगाने के लिए कोटा के सभी छात्रावासों और पेइंग गेस्ट (पीजी) आवासों में स्प्रिंग-लोडेड पंखे लगाए गए हैं. सीलिंग पंखों को स्प्रिंग के माध्यम से छत के हुक से जोड़ा जा रहा है. इस तकनीकी की खासियत यह है कि जब कोई पंखे से लटक कर फांसी लगाने का प्रयास करेगा तो उस दौरान पंखा नीचे की तरफ लटक जाएगा. जिससे उसकी मौत नहीं होगी.
कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन मित्तल ने छात्रों में बढ़ते आत्महत्या के मामले और इसे कम करने के लिए प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों पर बात की. उन्होंने कहा कि छात्रों में बढ़ते आत्महत्या मामलों को लेकर प्रशासन द्वारा इस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं. पंखे में लगाया जाना वाला स्प्रिंग बेंगलुरु की एक कंपनी ने बनाया है. जिसका सफल डेमो पूर्व में किया जा चुका है.