
लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘TRANSCON 2023’ का शुभारम्भ किया। सीएम योगी ने डॉक्टरों को सम्मानित भी किया। इस दौरान सीएम योगी ने कार्यक्रम को संबोधित भी किया। सीएम योगी ने कहा बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना हमारा लक्ष्य है। सीएम ने कहा हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना जरूरी है। कोरोना काल में बेहतरीन काम हुआ। आज भी अस्पतालों में ब्लड की कमी है। हेल्थ सेक्टर में रोज नए-नए बदलाव हो रहे हैं। बता दें, लखनऊ स्थित होटल क्लार्क में ISBTI और केजीएमयू ने कार्यक्रम का आयोजन किया था।
सीएम योगी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ट्रांसकॉन की समिट पंद्रह वर्षो बाद प्रदेश मे हो रहा है,आप जिस उत्साह के साथ प्रदेश मे आये हैं उससे लगता है कि आप प्रदेश को जानने समझने आये हैं,यह ट्रांसकॉन मील का पत्थर साबित होगी यह मेरी शुभकामना है।
उत्तरप्रदेश मे 25 करोड़ आबादी निवास करती है,इतनी बड़ी आबादी को स्वास्थ्य सेवा की उत्कृष्ट सेवा उपलब्ध करवाना बड़ी बात है,हम तकनीकी के साथ एक दूसरे की सहायता कर सकते है। इस क्षेत्र मे बड़ी चुनौती जन जागरूकता है,ब्लड डोनेट और ब्लड बैंकिंग के लिए हमको कार्य करना है।
लखनऊ
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) October 6, 2023
➡️CM योगी ने 'TRANSCON 2023' का शुभारम्भ किया
➡️होटल क्लार्क में ISBTI और केजीएमयू का कार्यक्रम
➡️मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संबोधन
➡️आज भी अस्पतालों में ब्लड की कमी है- सीएम योगी
➡️हेल्थ सेक्टर में रोज नए-नए बदलाव हो रहे- सीएम योगी#Lucknow @myogiadityanath… pic.twitter.com/lfxTCRI29V
आज एक यूनिट ब्लड से अलग अलग कम्पोनेंट निकाल कर कई जिंदगिया बचाई जा रही है,ब्लड डोनेशन के लिए जागरूकता जरूरी है। आज देश मे प्रतिदिन डेढ़ करोड़ यूनिट ब्लड की मांग है,इस सापेक्ष ब्लड बैंक मे करीब 25 लाख यूनिट मौजूद है,इसलिए ब्लड डोनेट के लिए जागरूकता जरूरी है। कोरोना काल के शुरुआत मे उत्तरप्रदेश मे कोविड संबंधी कोई बेड ही नही था,हमने प्रयास किया,मेडिकल पैरा मेडिकल,टेक्निशियन ,विशेषज्ञों के माध्यम से कार्य किया,जिससे देश मे एक मॉडल बना।
हमारे फ्रंटलाइन वर्कर्स ने बढ़ चढ़ कर कार्य किया,परिणाम स्वरूप हमने उत्तरप्रदेश मे मृत्यु दर न्यूनतम रखने मे सफल रहे,कोविड काल खंड मे अगर हम यू एस से तुलना करें तो भारत मे संक्रमण दर कम थी और मृत्यु दर भी कम थी,इससे जागरूकता,और प्रबंधन दोनो का पता चलता है। KGMU देश के पुराने चिकित्सा संस्थानों मे से एक है, यहाँ की प्रतिदिन की ओपीड़ी ही दुनिया के कई देशो की आबादी होगी,इन्हे स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाना भी बड़ी चुनौती होती है..इस तरह के सेमीनार से लोगो मे अवेयरनेस बढ़ेगा। क्योंकि एक डॉक्टर जब बोलता है तो लोगो को विश्वास होता है।
ब्लड डोनेशन के लिए गांव,शहर स्कूलों मे सेमिनार होने चाहिए,आज जब ये ट्रांसकॉन हो रहा है,इसी के साथ प्रदेश मे सेवा पखवाड़ा भी सम्पन्न हो रहा है,इस सेवा पखवाड़ा मे एक कार्यक्रम ब्लड डोनेशन कैम्प का भी था,केवल इसी कार्यक्रम के माध्यम से ही हमने प्रदेश भर मे करीब तीस हजार यूनिट ब्लड डोनेट करवाए और उन्हे संरक्षित किया। ब्लड डोनेट करके किसी की जिंदगी बनाई जा सकती है,हमको महर्षि दधीचि को अनुकरण करना चाहिए,देवासुर संग्राम मे उन्होंने अपनी अस्थियां दान कर दी थी।यह सेमीनार 15 वर्ष बाद प्रदेश मे हो रहा है/.इसके माध्यम से ब्लड डोनेशन को एक नए स्तर पर पहुँचाया जा सकेगा इसका हमको विश्वास है..
यह लखनऊ नगर इस प्रदेश का प्राचीन नगर है,कहा जाता है भगवान श्रीराम के अनुज लक्ष्मण जी के नाम पर ही इसका नाम लखनऊ पड़ा,यहां से डेढ़ किलोमीटर दूर अयोध्या है,आपको वहाँ भी जाकर देखना चाहिए/.आप देश भर से एक्सपर्ट लोग यहां आये है,इसका लाभ उठा सकते है।









