डिजिटल डेस्क: भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा मैच राजकोट में जारी है। इस मुकाबले से जुड़ा चौथा दिन बेहद दिलचस्प नजर आ रहा है। यशस्वी जायसवाल ने राजकोट के मुकाबले में शनिवार यानी 18 फरवरी को इंग्लैंड के खिलाफ छक्कों की बारिश कर भारतीय फैंस का दिल जीत लिया। आज के मैच में उनके परफॉरमेंस को देखने के बाद यह साफ़ हो गया कि टीम को उनके रूप में अपना अगला सलामी बल्लेबाज मिल गया है। उन्होंने राजकोट टेस्ट की दूसरी पारी में दोहरा शतक जड़ दिया। उनकी इस पारी के दमपर टीम इंडिया ने इंग्लैंड के खिलाफ एक जबरदस्त टारगेट सेट किया है। इसके साथ ही यशस्वी ने अपनी इस पारी के दौरान कई रिकॉर्ड भी अपने नाम किए हैं।
टेस्ट सीरीज में 500 से ज्यादा रन मारने वाले बाएं हाथ के दूसरे बल्लेबाज
दरअसल, इस टेस्ट सीरीज में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 500 रन पूरे कर एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। वो एक टेस्ट सीरीज में 500 से ज्यादा रन बनाने वाले भारत के बाएं हाथ वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए। इससे पहले पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने साल 2007 में हुए पाकिस्तान के खिलाफ घरेलू सीरीज में 534 रन बनाकर टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले पहले बाएं हाथ के बल्लेबाज का खिताब अपने नाम किया था। अब उनके रिकॉर्ड को तोड़ते हुए यशस्वी ने ये खिताब अपने नाम कर लिया है। राजकोट में होने वाले इस मुकाबले में वो कुल 545 रन बनाकर आउट हुए।
सर्वाधिक छक्कों के मामले में सिद्धू को किया पीछे
वहीँ, किसी टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा छक्का लगाने वाले भारतीय खिलाडियों के लिस्ट में अब यशस्वी जायसवाल का नाम सबसे ऊपर हो गया है। उन्होंने इस सीरीज की दूसरी पारी में नौवां छक्का जड़ते हुए इस दूसरे रिकॉर्ड को भी अपने नाम कर लिया। उन्होंने सिद्धू को भी पीछे छोड़ दिया। बता दें, साल 1994 में सिद्धू ने श्रीलंका के खिलाफ आठ छक्के लगाए थे। वहीं, मयंक अग्रवाल ने 2019 में हुए बांग्लादेश के खिलाफ मैच में एक पारी में आठ छक्के लगाए थे। जिसके बाद अब इस मैच में जायसवाल ने 9 छक्के लगा कर इतिहास रच दिया।
कप्तान रोहित का 4 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोडा
मैच में सर्वाधिक छक्के लगाने के बाद यशस्वी ने सीरीज में में 20वां छक्का लगाते हुए अपने टीम के कप्तान रोहित शर्मा के रिकॉर्ड पर भी कब्ज़ा जमा लिया। गौरतलब है कि साल 2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में रोहित शर्मा ने 19 छक्के लगाए थे। मगर अब उनके इस इतिहास को यशस्वी गुजरा हुआ कल बनाते हुए उनसे आगे निकल गए है। अब वह एक टेस्ट सीरीज में भारत के लिए सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। वहीं, इस रिकॉर्ड में हरभजन सिंह तीसरे और नवजोत सिंह सिद्धू चौथे स्थान पर आ गए हैं। बता दें कि हरभजन ने 2010 में न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में 14 और सिद्धू ने 1994 में श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में 11 छक्के लगा कर यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था।
यशस्वी के आंधी में उडी एंडरसन की गेंदबाजी
राजकोट में हुए भारत इंग्लैंड के मैच में इंडियन टीम की दूसरी पारी के 85वें ओवर में यशस्वी तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे थें। अपने इस तूफ़ान में उन्होंने इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन की गेंद को एक बार नहीं बल्कि पूरे तीन बार बॉउंड्री से बहार का रास्ता दिखाया। जेम्स के गेंद पर उन्होंने लगातार तीन छक्के लगाते हुए, वह साल 2002 से टेस्ट के एक ओवर में तीन छक्के लगाने वाले पांचवें बल्लेबाज बन गए। इससे पहले महेंद्र सिंह धोनी ने ऐसा दो बार किया था। सबसे पहले वर्ष 2006 में उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ डेव मोहम्मद की गेंद पर एक ओवर में तीन छक्के लगाए। उसके बाद वर्ष 2007 में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ मोहम्मद रफीक की गेंद पर ऐसा किया था। धोनी के बाद हार्दिक पांड्या ने वर्ष 2017 में श्रीलंका के खिलाफ मलिंदा पुष्पकुमारा की गेंद पर एक ओवर में तीन छक्के लगाए थे। रोहित शर्मा ने भी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विशाखापत्तनम में तीन छक्के मारे थे। उमेश यादव ने भी इस लिस्ट में अपना नाम दर्ज करवाते हुए वर्ष 2019 में दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाज जॉर्ज लिंडे की गेंद पर तीन छक्के लगाए थे।
104 रन के स्कोर पर रिटायर्ड हर्ट
हालांकि, मैच के तीसरे दिन इस धुआंधार पारी के बाद यशस्वी 104 रन के स्कोर पर रिटायर्ड हर्ट हो गए। खबर है कि उनके पीठ में खिंचाव आने के चलते उन्होंने ऐसा किया। इस बीच ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि वह चौथे दिन बल्लेबाजी करने के लिए नहीं आएंगे। लेकिन यशस्वी वापस आए और अपने इस परफॉरमेंस से सबके दिलों पर छाए गए।