भारत ने अंतरिक्ष डॉकिंग और अंडॉकिंग तकनीकी में हासिल की महत्वपूर्ण उपलब्धि

भारत को कई देशों द्वारा नकार दी गई थी, लेकिन आज ISRO ने तीन क्रायोजेनिक स्टेज विकसित कर ली हैं और इसे सफलतापूर्वक 100 सेकंड के लिए टेस्ट किया गया है।

भारत बना चौथा देश जिसने सफलतापूर्वक डॉकिंग और अंडॉकिंग तकनीकी का प्रदर्शन किया
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने शुक्रवार को घोषणा की कि भारत अब उन चार देशों में शामिल हो गया है, जिन्होंने सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में डॉकिंग और अंडॉकिंग तकनीकी का प्रदर्शन किया है। ISRO के अध्यक्ष डॉ. वी. नारायणन ने बताया कि इस सफलता के साथ भारत ने एक महत्वपूर्ण तकनीकी मील का पत्थर हासिल किया है।

SpaDEx मिशन में सफलता: भारत ने अंडॉकिंग प्रक्रिया में पहली बार सफलता प्राप्त की
ISRO ने 13 मार्च को सफलतापूर्वक SpaDEx (Space Docking Experiment) मिशन के तहत SDX-01 (Chaser) और SDX-02 (Target) उपग्रहों के बीच अंडॉकिंग प्रक्रिया को अंजाम दिया। यह प्रक्रिया पहले प्रयास में ही सफल रही। इस तकनीक को सिद्ध करने के लिए ISRO ने 120 कंप्यूटर सिमुलेशन किए थे।

C32 क्रायोजेनिक प्रणोदन प्रणाली की सफलता
ISRO अध्यक्ष ने एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि का खुलासा किया, जिसमें ISRO ने C32 क्रायोजेनिक प्रणोदन प्रणाली का सफल परीक्षण किया। यह तकनीक पहले भारत को कई देशों द्वारा नकार दी गई थी, लेकिन आज ISRO ने तीन क्रायोजेनिक स्टेज विकसित कर ली हैं और इसे सफलतापूर्वक 100 सेकंड के लिए टेस्ट किया गया है।

SpaDEx मिशन का भविष्य: अंतरिक्ष में भारत की बढ़ती भूमिका
ISRO के अध्यक्ष ने कहा कि इस मिशन से भारत की अंतरिक्ष क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका और तकनीकी क्षमता का विस्तार हुआ है। भारत के भविष्य के मानव मिशनों की दिशा में भी ये सफलताएं महत्वपूर्ण साबित होंगी।

Related Articles

Back to top button