भारत और एशिया के उभरते बाजार विकास को गति देंगे- S&P

बीते गुरूवार को S&P की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत 2035 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

बीते गुरूवार को S&P की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत 2035 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। चीन, वियतनाम और फिलीपींस के साथ-साथ एशिया-प्रशांत में उभरते बाजार वैश्विक आर्थिक विकास में लगभग 65% योगदान देंगे। एसएंडपी ग्लोबल ने अपनी रिपोर्ट “उभरते बाजार एक निर्णायक दशक” में कहा कि उभरते बाजार अगले दशक में वैश्विक अर्थव्यवस्था को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, 2035 तक औसतन 4.06% जीडीपी वृद्धि होगी, जबकि उन्नत अर्थव्यवस्थाओं के लिए यह 1.59% होगी।” एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स के उभरते बाजारों के क्रेडिट रिसर्च के प्रमुख जोस पेरेज़-गोरोज़पे के अनुसार, उभरते बाजार वैश्विक अर्थव्यवस्था को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, जिसमें नौ प्रमुख ऐसे बाजार 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हैं।

इसमें कहा गया है कि भारत अगले तीन सालों में सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है और 2030 तक वैश्विक स्तर पर तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जेपी मॉर्गन के सरकारी बाजार बॉन्ड इंडेक्स में भारत का 2024 में प्रवेश अतिरिक्त सरकारी फंडिंग प्रदान कर सकता है और डोमेस्टिक कैपिटल मार्केट में महत्वपूर्ण संसाधनों को अनलॉक कर सकता है। बता दें की रिपोर्ट के अनुसार, “ये केवल पहला कदम है – निवेशक बेहतर बाजार पहुंच और डिस्पोसल प्रोसीजर की तलाश जारी रखेंगे।” रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने अपने पूंजीगत व्यय को बढ़ाकर अपने कमजोर राजकोषीय लचीलेपन को सुधारने के लिए भी कदम उठाए हैं, जिससे दीर्घकालिक विकास को और बढ़ावा मिलेगा।

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