
गुरूवार को भारत को सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ अपना पहला स्वदेशी टीका मिला. क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पैपिलोमावायरस वैक्सीन (qHPV) नामक इस टीके को दिल्ली स्थित आईआईसी (IIC) में केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान और प्रौद्योगिकी जितेंद्र सिंह ने लांच किया. दरअसल, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने 12 जुलाई को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ स्वदेशी रूप से विकसित वैक्सीन को हरी झंडी दे दी थी.
DCGI की इस अनुमति के बाद अब इस टीके को सर्वाइकल कैंसर के मामलों को रोकने में एक क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है. भारत में सर्वाइकल कैंसर 15 से 44 वर्ष की आयु की महिलाओं में दूसरा सबसे अधिक बार होने वाला कैंसर है. इस रोग की गंभीरता की लिहाज से qHPV टीका अब सर्वाइकल कैंसर के मामलों को रोकने में बेहद अहम भूमिका अदा करेगा.
इस टीके के लॉन्चिंग अवसर पर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के सीईओ अदर पूनावाला ने कहा,”सर्वाइकल कैंसर का टीका सस्ता होगा और 200-400 रुपये की रेंज में उपलब्ध होगा. हालांकि, अंतिम कीमत अभी तय नहीं की गई है.” उन्होंने कहा कि आगामी कुछ महीनों में भारत सरकार की तरफ से इसे एक राष्ट्रीय कार्यक्रम के तौर पर शामिल किया जाएगा और सबके लिए उपलब्ध कराया जाएगा.
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि सबसे पहले इसे अपने देश में इस्तेमाल किया जाएगा उसके बाद इसे दुनिया भर की महिलाओं के लिए उपलब्ध कराया जाएगा. वैक्सीन के लॉन्चिंग अवसर पर अदर पूनावाला ने कहा कि अगले 2 साल के अंदर qHPV वैक्सीन की 200 मिलियन डोज तैयार की जाएगी जो लगभग 200-400 रुपये की रेंज में उपलब्ध हो सकेगा. हालांकि, अंतिम कीमत भारत सरकार से चर्चा के बाद ही तय की जाएगी.









