
नई दिल्ली: भारत के विनिर्माण क्षेत्र ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में विनिर्माण क्षेत्र का सकल मूल्य वर्धित (GVA) 11.89% बढ़कर ₹24.6 लाख करोड़ हो गया, जो पिछले वर्ष ₹21.9 लाख करोड़ था। यह वृद्धि पिछले वर्ष की 7.3% की तुलना में अधिक है ।
- विनिर्माण GVA में वृद्धि: FY24 में विनिर्माण GVA में 11.89% की वृद्धि हुई, जो पिछले वर्ष की 7.3% की तुलना में अधिक है ।
- रोजगार में वृद्धि: इस अवधि में विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार में 5.4% की वृद्धि हुई, जिससे कुल रोजगार संख्या 1.95 करोड़ तक पहुँच गई ।
- उद्योगों में योगदान: बुनियादी धातु, मोटर वाहन, रसायन, खाद्य उत्पाद और दवाइयाँ जैसे क्षेत्रों ने इस वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया है ।
- निवेश में वृद्धि: निवेश में भी 10.8% की वृद्धि दर्ज की गई, जो उद्योगों में बढ़ते विश्वास और विकास की दिशा को दर्शाता है ।
विनिर्माण क्षेत्र में इस महत्वपूर्ण वृद्धि से यह स्पष्ट होता है कि भारत का विनिर्माण क्षेत्र मजबूती से आगे बढ़ रहा है। रोजगार सृजन, निवेश में वृद्धि और प्रमुख उद्योगों में विकास सरकार की नीतियों और योजनाओं की सफलता को दर्शाते हैं। यह वृद्धि “Make in India” जैसी पहलों के सकारात्मक परिणामों को भी उजागर करती है, जो भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है ।









