PLI स्कीम का दिखा असर, भारत बना ग्लोबल मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग हब

भारत से मोबाइल एक्सपोर्ट में जबरदस्त उछाल, मई में $3.09 बिलियन और अप्रैल-मई में $5.5 बिलियन का निर्यात हुआ। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 'मेक इन इंडिया' की सफलता को सराहा।

नई दिल्ली। भारत से मोबाइल फोन निर्यात में इस वित्त वर्ष की जबरदस्त शुरुआत हुई है। मई 2025 में ही $3.09 बिलियन (लगभग ₹25,000 करोड़) के मोबाइल फोन निर्यात हुए, जो पिछले साल की तुलना में 74% अधिक है। यह जानकारी केंद्रीय रेल, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को दी।

उन्होंने बताया कि अप्रैल-मई की दो महीनों की अवधि में $5.5 बिलियन (₹45,000 करोड़) से अधिक का मोबाइल एक्सपोर्ट हुआ है। इसके साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स एक्सपोर्ट भी अप्रैल-मई में $8.2 बिलियन तक पहुँच गया, जो साल-दर-साल 47% की वृद्धि है।

Apple और Samsung ने बढ़ाई भारत में निर्माण क्षमता

वैष्णव ने कहा कि PLI स्कीम ने देश में मैन्युफैक्चरिंग को नई रफ्तार दी है। Apple और Samsung जैसी वैश्विक टेक कंपनियों ने भारत में अपने सप्लाई चेन का विस्तार किया है और ‘मेक इन इंडिया’ के तहत उत्पादन बढ़ाया है।

Apple ने भारत सरकार को आश्वासन दिया है कि वह आने वाले वर्षों में भारत को अपने वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में और सशक्त बनाएगा।

FY25 में ₹3.27 लाख करोड़ का इलेक्ट्रॉनिक्स एक्सपोर्ट, ₹2 लाख करोड़ सिर्फ मोबाइल का

  • FY25 में कुल इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात ₹3.27 लाख करोड़ तक पहुँच गया, जिसमें से ₹2 लाख करोड़ केवल मोबाइल फोन का रहा।
  • इलेक्ट्रॉनिक्स एक्सपोर्ट भारत के टॉप 10 एक्सपोर्ट्स में सबसे तेज़ी से बढ़ने वाला क्षेत्र बना है — लगातार तीन वर्षों से।
  • सिर्फ एक साल में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स एक्सपोर्ट में दुनिया में पांचवें स्थान से तीसरे स्थान पर पहुंचा है।

पिछले 10 वर्षों में 5 गुना बढ़ा इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग, 25 लाख नौकरियां सृजित

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण उद्योग पांच गुना बढ़ा है और इसका आंकड़ा ₹11 लाख करोड़ से अधिक हो चुका है। इस पूरे इकोसिस्टम ने 25 लाख रोजगार पैदा किए हैं, जिनमें से बड़ी संख्या में महिलाओं को अवसर मिला है

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