नई दिल्ली : भारत ने नेटवर्क रेडीनेस इंडेक्स (NRI) 2024 में 11 स्थानों की छलांग लगाते हुए ग्लोबल स्तर पर 49वां स्थान हासिल किया है। यह जानकारी सरकार ने बुधवार को दी। वाशिंगटन डीसी स्थित पोर्टुलांस इंस्टीट्यूट द्वारा प्रकाशित इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत का स्कोर 2023 में 49.93 से बढ़कर 2024 में 53.63 हो गया है।
सूचना और संचार मंत्रालय के अनुसार, भारत कई मानकों में अग्रणी रहा है, जैसे कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), FTTH इंटरनेट सब्सक्रिप्शन और मोबाइल ब्रॉडबैंड इंटरनेट ट्रैफिक।
भारत की प्रमुख उपलब्धियां
- AI के क्षेत्र में: भारत “AI साइंटिफिक पब्लिकेशन” और “AI टैलेंट कंसंट्रेशन” में पहला स्थान रखता है।
- ICT सेवाओं के निर्यात में: भारत पहले स्थान पर है।
- FTTH/बिल्डिंग इंटरनेट सब्सक्रिप्शन: भारत दूसरे स्थान पर है।
- मोबाइल ब्रॉडबैंड ट्रैफिक: देश इस श्रेणी में भी दूसरे स्थान पर है।
- टेलीकॉम सेवाओं में निवेश: भारत चौथे स्थान पर है।
133 अर्थव्यवस्थाओं का विश्लेषण करने वाले इस इंडेक्स में चार मुख्य स्तंभों—टेक्नोलॉजी, लोग, गवर्नेंस और प्रभाव—और 54 मानकों के आधार पर प्रदर्शन का मूल्यांकन किया गया।
डिजिटल प्रगति का परिचायक
NRI 2024 की रिपोर्ट में भारत की डिजिटल प्रगति और तकनीकी नवाचारों को प्रमुखता से उजागर किया गया है। पिछले एक दशक में टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर में हुए सुधारों के चलते टेली-डेंसिटी 75.2% से बढ़कर 84.69% हो गई है। वायरलेस कनेक्शन की संख्या 119 करोड़ तक पहुंच गई है।
डिजिटल इंडिया पहल ने ग्रामीण इलाकों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या 25.1 करोड़ से बढ़कर 94.4 करोड़ हो गई है।
5G और भविष्य की तैयारी
2022 में 5G सेवाओं की शुरुआत के बाद भारत की ग्लोबल मोबाइल ब्रॉडबैंड स्पीड रैंकिंग 118वें स्थान से सुधरकर 15वें स्थान पर आ गई है। अब भारत “भारत 6G विज़न” के तहत अगली पीढ़ी की टेलीकॉम तकनीकों में वैश्विक नेतृत्व स्थापित करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है।